प्राचीन कला केंद्र द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर विशेष भजन सध्यां का आयोजन किया गया
कान्हा भक्ति रस में डूबे चंडीगढ़ के श्रोता
चंडीगढ़: प्राचीन कला केंद्र द्वारा आज यहां सेक्टर 35 में स्थित एम0एल0 कौसर सभागार में सांय 6:30 बजे से एक विशेष संगीत संध्या का आयोजन किया गया । जिसमें अंबाला से आई उभरती गायिका सुनिता दुआ सहगल द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर कान्हा की भक्ति में डूबे भजन पेश किए गए । इस कार्यक्रम के अवसर पर केंद्र की रजिस्ट्रार डा0 शोभा कौसर तथा सचिव श्री सजल कौसर भी उपस्थित थे ।
आज की इस संध्या में सुनिता दुआ ने मधुर कृष्ण भजन पेश किए । कार्यक्रम के शुरूआत में उन्होनें ‘ओ कान्हा अब तो मुरली की’ से की खूबसूरत बोंलोें से सजे भजन पेश किया ।
उपरंत ‘सांवले से सलोने घनश्याम’, ‘नंद का लाला बांसुरी वाला’ तथा प्रसिद्ध भजन ‘ऐसी लागी लगन’ प्रस्तुत करके दर्शकों को कृष्ण के रंग में सराबोर कर दिया । इसके बाद ‘कान्हा रास रचाए’ तथा ‘चाकर राखो जी’ जैसे मधुर भजनों से भक्तो को खूब आनंदित किया ।
इसके बाद भक्ति रस में डूबे भजन ‘हे कृष्ण गोबिंद हरे मुरारी’ प्रस्तुत करके खूब रंग जमाया । इसके बाद ‘मुरली की हर तान’ पर और ‘कान्हा आन पड़ी मैं तेरे द्वार’ जैसे मनभावन भजनों से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया । कार्यक्रम के अंतिम भाग में ‘हे गिरधारी बांके बिहारी’, ‘गोकुल का ग्वाला’ और ‘हे यशोदा माई बधाई हो बधाई’ प्रस्तुत करके खूब तालियां बटोरी । भक्ति रस में सराबोर भजन ‘बोलना पड़ेगा राधे राधे’ से सुनिता ने कार्यक्रम का खूबसूरत समापन किया । इनके साथ मंच पर प्रकाश चंद(बांसुरी) पर, जसवंत सिंह (की बोर्ड) पर, सरबजीत शिबू(तबले) पर, अरूण कुमार (आक्टोपेड) पर तथा नेहा और सिमरत ने कोरस पर बखूबी संगत की ।
कार्यक्रम के अंत मे मोमेंटो देकर कलाकारों को सम्मानित किया गया । ( युद्धवीर सिंह की रिपोर्ट)
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