हॉकी एशिया कप में भारत की चौथी बादशाहत: साउथ कोरिया को 4-1 से हराकर रचा इतिहास
वर्ल्ड कप का टिकट भी पक्का
भारतीय हॉकी टीम ने एशियाई मैदान पर एक बार फिर अपना दबदबा कायम करते हुए इतिहास रच दिया है। रविवार को खेले गए हॉकी एशिया कप 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत ने साउथ कोरिया को 4-1 से मात देकर चौथी बार यह खिताब अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने 2026 हॉकी वर्ल्ड कप के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है।
फाइनल मुकाबला मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में खेला गया। मैच की शुरुआत से ही भारतीय खिलाड़ियों ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया और कोरियाई डिफेंस पर लगातार दबाव बनाए रखा। पहले क्वार्टर में मनदीप सिंह ने शानदार गोल कर भारत को बढ़त दिलाई। इसके तुरंत बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलते हुए स्कोर 2-0 कर दिया। कोरिया ने दूसरे क्वार्टर में वापसी की कोशिश की और एक गोल किया, लेकिन भारत ने तीसरे क्वार्टर में ललित उपाध्याय और अभिषेक के लगातार गोलों से मुकाबले पर पूरी तरह कब्ज़ा जमा लिया। अंतिम क्वार्टर में कोरिया ने कई मौके बनाए लेकिन भारतीय गोलकीपर पी.आर. श्रीजेश ने बेहतरीन बचाव करते हुए उन्हें कोई और गोल करने का मौका नहीं दिया।
यह जीत भारतीय हॉकी इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई है। भारत ने इससे पहले 2003, 2007 और 2017 में एशिया कप अपने नाम किया था और अब 2025 में चौथी बार यह ट्रॉफी जीतकर अपनी बादशाहत फिर साबित की। इस टूर्नामेंट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह और फॉरवर्ड लाइन के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। हरमनप्रीत सिंह गोलों के मामले में सबसे आगे रहे, वहीं युवा खिलाड़ी अभिषेक और संजय ने अपनी तेज़ और सटीक हॉकी से सबको प्रभावित किया।
भारतीय कोच क्रेग फुल्टन ने टीम के प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा कि खिलाड़ियों ने अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ खेला। यह जीत केवल खिताब की नहीं, बल्कि टीम इंडिया के आत्मबल और जज़्बे की जीत है। अब हमारी नज़र वर्ल्ड कप पर होगी और टीम इसे भी जीतने के लिए कड़ी मेहनत करेगी।
भारत की इस जीत के बाद देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह जीत खिलाड़ियों की मेहनत और लगन का नतीजा है। सोशल मीडिया पर भी फैन्स ने टीम इंडिया को लगातार शुभकामनाएं दीं और हॉकी टीम को देश का गौरव बताया।
हॉकी एशिया कप 2025 की यह जीत भारत के लिए सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि भविष्य की नई संभावनाओं का दरवाज़ा है। अब जब टीम इंडिया वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर चुकी है, तो उससे पूरी दुनिया को कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है। यह जीत साबित करती है कि भारतीय हॉकी फिर से अपनी चमक हासिल कर रही है और आने वाले दिनों में यह खेल भारत को वैश्विक स्तर पर गौरवान्वित करेगा।