हिसार एयरपोर्ट पर इमरजेंसी मॉकड्रिल आयोजित
डमी प्लेन में लगाई आग, फायर ब्रिगेड ने बुझाई; घायलों को अस्पताल पहुंचाने का अभ्यास किया गया….
हिसार : हिसार एयरपोर्ट पर मंगलवार को आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए एक मॉकड्रिल (प्रशिक्षण अभ्यास) आयोजित की गई। इस मॉकड्रिल का उद्देश्य यह परखना था कि आपदा की स्थिति में फायर ब्रिगेड, मेडिकल टीम और अन्य विभाग कितनी तेजी और समन्वय के साथ कार्य करते हैं।
अभ्यास के तहत एक डमी प्लेन को रनवे पर आग के हवाले किया गया, जिससे एक विमान दुर्घटना जैसी स्थिति उत्पन्न की जा सके। कुछ ही मिनटों में एयरपोर्ट की फायर ब्रिगेड टीम मौके पर पहुंची और फोम और हाई प्रेशर पानी की मदद से आग बुझाने की कार्यवाही की।
इसके साथ ही मेडिकल टीम ने घायल यात्रियों की भूमिका निभा रहे वालंटियर्स को प्राथमिक उपचार दिया और उन्हें एंबुलेंस के जरिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाने का अभ्यास किया।
ड्रिल का निरीक्षण एयरपोर्ट प्रबंधन, जिला प्रशासन और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के अधिकारियों ने किया। अधिकारियों ने बताया कि ऐसी मॉकड्रिल समय-समय पर आयोजित की जाती है ताकि किसी भी वास्तविक आपात स्थिति में सभी विभाग पूरी तरह से तैयार रहें।
एयरपोर्ट निदेशक ने कहा, “यह अभ्यास हमारे सुरक्षा प्रोटोकॉल का हिस्सा है। इसका उद्देश्य विभागों के बीच बेहतर तालमेल और त्वरित प्रतिक्रिया को परखना है।”
इस अभ्यास में यात्री निकासी प्रक्रिया, भीड़ नियंत्रण, प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण और संचार व्यवस्था जैसे पहलुओं को भी शामिल किया गया। ड्रिल के दौरान गोल्डन ऑवर यानी हादसे के पहले 60 मिनट के भीतर घायलों को उपचार देने के महत्व पर भी जोर दिया गया।
स्थानीय निवासियों को पहले से सूचित किया गया था ताकि आग और धुएं के दृश्य देखकर घबराहट न फैले।
अधिकारियों ने बताया कि मॉकड्रिल सफल रही और इसमें टीमों के बीच अच्छा समन्वय देखने को मिला। अब इस अभ्यास की रिपोर्ट तैयार कर DGCA को भेजी जाएगी।
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