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हिमाचल में मुख्यमंत्री सुखू पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पदचिन्हों पर

आज राज्य की राजनीति में विपक्ष में कोई दमदार नेता नहीं

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चंबा/धर्मशाला (*स्वर्ण दीपक रैना):  हिमाचल में विपक्ष में दमदार नेताओं की कमी दिखती है। राज्य की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह एक दमदार नेता हुए हैं।  प्रदेश में पक्ष या विपक्ष में दमदार नेताओं में कुछ खास दिशा और दम नहीं दिखता।  दम केवल वीरभद्र सिंह जी में ही था। जिन्होंने टक्कर ली थी केंद्र सरकार से। यह जो लोग हैं इनमें से किसी में दम नहीं है। यह कुछ नहीं कर सकेंगें?
1982 में विधान सभा चुनाव हुए थे। उसके बाद मुख्यमंत्री ठाकुर राम लाल  दूसरी बार मुख्यमंत्री बने अचानक हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ कोई कार्यवाही की। उनको मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया। वीरभद्र सिंह  मुख्यमंत्री बने। 1984 में स्वर्गीय इंदिरा गांधी  की हत्या कर दी गई। लोकसभा चुनाव हुए वीरभद्र सिंह ने हिमाचल विधान सभा भंग कर दी चुनाव हुए और  राज्य में 1985 में कांग्रेस ने जबरदस्त बहुमत हासिल किया। इंदिरा गांधी की हत्या के कारण पूरे देश में सहानुभूति की लहर थी। मंत्रिमंडल में कुछ ऐसे मंत्री थे जिनको वीरभद्र सिंह  पसंद नहीं करते थे। उन्होंने विधानसभा ही भंग कर दी। कांग्रेस उम्मीदवारों को टिकट अपनी मर्जी से दी। कांग्रेस को 58 सीटों मिली थी। वो जब भी कोई काम करते थे दम से करते थे।
Jai Ram Thakur आज कांग्रेस और भाजपा के नेताओं  में से किसी से में दम नहीं है। जरा सा राहुल गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा बोलेगी तो इनकी  बोलती बंद  हो जाती है।
ऐसा लगता है कि  मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ही 5 साल मुख्य मंत्री रहेगें। और वो हिमाचल को अनंत ऊंचाइयों तक लेकर जायेंगें।
उनको कोई रोक नहीं सकता न ही वो रुकने वाले हैं। बंदे में दम है।
हिमाचल के मतदाताओं ने खुद कांग्रेस को जिताया था। अब पांच वर्ष तो विकास की ब्यार को देखना ही पड़ेगा। और अगर अगले विधानसभा चुनावों में केंद्रीय बीजेपी संगठन ने उम्मीदवारों का सही चयन नहीं किया तो कांग्रेस की ही अगली सरकार भी हिमाचल में बन जायेगी।


  • वरिष्ठ पत्रकार स्वर्ण दीपक रैना  हिमाचल की राजनीति के पुराने स्तंभ हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता एवं पंजाब केसरी ग्रुप के साथ जुड़े होने के कारण हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की राजनीति की अंदरूनी गाथाओं पर उनके लेख बहुत रोचक होते हैं।  वे साप्ताहिक चंबा न्यूज के संस्थापक भी हैं।       NewsOnRadar.com  के पाठकों को समर्पित।
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