हाईकोर्ट को धमकी, बम अलर्ट से हड़कंप
ई-मेल से आई धमकी, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा और तलाशी अभियान तेज़ किया…..
चंडीगढ़ में स्थित पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में बुधवार दोपहर अचानक हड़कंप मच गया जब रजिस्ट्रार के पास एक धमकी भरा ई-मेल पहुंचा। इस ई-मेल में साफ तौर पर अदालत को बम से उड़ाने की चेतावनी दी गई थी। ई-मेल का विषय पढ़ते ही प्रशासन और पुलिस महकमे में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस कंट्रोल रूम को जानकारी दी गई और तुरंत ही हाईकोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई।
मामला सामने आने के तुरंत बाद पुलिस की बम निरोधक टीम, डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक विशेषज्ञ हाईकोर्ट कैंपस में पहुंचे। परिसर के हर कोने को खंगाला गया। कोर्ट रूम, गाड़ियों के पार्किंग क्षेत्र, गलियारों और मुख्य भवन के आस-पास पूरी तरह से तलाशी ली गई। तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने किसी भी संदिग्ध वस्तु को बरामद नहीं किया, लेकिन एहतियातन सुरक्षा में ढील न देने का निर्णय लिया गया।
अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की धमकियों को हल्के में नहीं लिया जा सकता। यह दूसरी बार है जब हाईकोर्ट को बम धमाके की धमकी मिली है। इससे पहले भी कुछ महीनों पहले इसी तरह का ई-मेल भेजा गया था, लेकिन बाद में जांच में वह फर्जी साबित हुआ था। इसके बावजूद, पुलिस और प्रशासन हर बार पूरी गंभीरता के साथ इस तरह की धमकियों की जांच करता है ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
हाईकोर्ट के बाहर और भीतर सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। कोर्ट में आने वाले लोगों की सघन जांच की जा रही है। वकीलों, कर्मचारियों और आम नागरिकों की पहचान की पूरी तरह से पुष्टि के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है।
पुलिस ने ई-मेल भेजने वाले की पहचान करने के लिए साइबर सेल की मदद लेनी शुरू कर दी है। ई-मेल के स्रोत और आईपी एड्रेस की जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि अगर यह शरारत है तो इसमें शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, अगर यह किसी साजिश का हिस्सा है तो इसके पीछे की पूरी कहानी को उजागर करना ज़रूरी होगा।
इस घटना से हाईकोर्ट परिसर में मौजूद वकीलों और कर्मचारियों में भी बेचैनी देखी गई। कई लोगों ने कहा कि ऐसी घटनाएं कामकाज में खलल डालती हैं और अनावश्यक दहशत का माहौल पैदा करती हैं। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने सभी को आश्वस्त किया है कि फिलहाल परिसर सुरक्षित है और किसी भी तरह का खतरा नहीं है।
फिलहाल, हाईकोर्ट में सुरक्षा का स्तर बढ़ा दिया गया है और जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि जब तक ई-मेल की पूरी सच्चाई सामने नहीं आ जाती, तब तक हर स्तर पर सतर्कता बनाए रखी जाएगी।
Comments are closed.