हरियाणा में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री, 25% सैंपल फेल
खाद्य एवं औषधि विभाग के आंकड़े उजागर करते हैं गंभीर स्थिति
हरियाणा: हरियाणा में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से जारी है, जिससे स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है। खाद्य एवं औषधि विभाग के हालिया आंकड़े बताते हैं कि एक साल में लिए गए कुल 2,682 सैंपल में से 676 सैंपल फेल हुए हैं, जो कि लगभग 25 प्रतिशत है। इसका मतलब है कि ये खाद्य पदार्थ खाने लायक नहीं हैं, जिसमें दूध, पनीर, मिठाई और मसाले शामिल हैं।
सैंपलिंग की समस्या:
प्रदेश में खाद्य सैंपलिंग की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। अधिकारियों के पास एक से अधिक जिलों का चार्ज होने के कारण सही तरीके से सैंपलिंग नहीं हो पा रही है। इसके चलते, मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने में बाधाएं आ रही हैं। विभाग को इस समस्या का समाधान करने की आवश्यकता है ताकि सैंपलिंग प्रक्रिया को नियमित रूप से चलाया जा सके।
स्वास्थ्य पर प्रभाव:
मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। यह केवल खाद्य सुरक्षा के लिए एक खतरा नहीं है, बल्कि इससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, लोगों को सतर्क रहना और सुरक्षित खाद्य पदार्थों का चयन करना चाहिए।
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