हरियाणा ग्रुप-C विवाद: 781 की नौकरी खतरे में
संशोधित रिजल्ट पर हाईकोर्ट की रोक से सैकड़ों उम्मीदवारों की नौकरी पर बना संकट, आज अहम सुनवाई….
हरियाणा में ग्रुप-सी की भर्ती प्रक्रिया एक बार फिर विवादों में घिर गई है। 14 जून को जारी हुआ संशोधित रिजल्ट, जिसे लेकर पहले ही काफी विरोध हो चुका था, अब हाईकोर्ट की दखल के बाद ठहर गया है। हाईकोर्ट ने इस रिजल्ट पर रोक लगाते हुए अगली सुनवाई के लिए आज की तारीख तय की है, जिसे लेकर हजारों युवाओं की उम्मीदें टिकी हुई हैं।
इस संशोधित परिणाम से 781 उम्मीदवारों की नौकरी रद्द हो गई थी, जिससे नाराज होकर कई अभ्यर्थी हाईकोर्ट पहुंचे। उनका कहना है कि पहले जारी हुए मेरिट के आधार पर उन्होंने नौकरी जॉइन कर ली थी, लेकिन बिना पूर्व सूचना और पारदर्शिता के संशोधित रिजल्ट जारी कर उन्हें बाहर कर दिया गया।
पीड़ित उम्मीदवारों ने कोर्ट में दलील दी कि यह न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही है, बल्कि उनके भविष्य के साथ अन्याय भी है। उन्होंने यह भी कहा कि बिना कोई गलती किए उन्हें हटाया गया, जबकि नई सूची में जिनका चयन हुआ है, उनकी प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे हैं।
वहीं, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की ओर से कहा गया है कि संशोधित रिजल्ट तकनीकी खामियों को सुधारने के बाद निकाला गया था और यह पूरी तरह से नियमों के तहत किया गया है।
आज की सुनवाई इस पूरे मामले में अहम मानी जा रही है। यदि हाईकोर्ट रोक को बरकरार रखता है तो नया चयनित वर्ग भी संकट में आ सकता है, और यदि कोर्ट पुराने चयन को ही वैध ठहराता है तो आयोग की प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो जाएंगे।
युवाओं के भविष्य से जुड़ा यह मामला अब सिर्फ कानूनी नहीं बल्कि सामाजिक और राजनीतिक रूप से भी संवेदनशील बन चुका है। हज़ारों परिवार इस फैसले पर टकटकी लगाए बैठे हैं।