हरियाणा के मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रालय को दिया सबसे अधिक बजट
शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रियों का बजट आधा, अनिल विज के मंत्रालयों का बजट घटा लेकिन फंड बढ़ा
हरियाणा : सरकार के बजट आवंटन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने मंत्रालय को सबसे अधिक राशि दी है, जबकि शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग को उनके मुकाबले लगभग आधा बजट मिला है। यह निर्णय राजनीतिक हलकों में गहन बहस का विषय रहा है, क्योंकि राज्य की प्रमुख आवश्यकताओं – शिक्षा और स्वास्थ्य – के लिए अपेक्षाकृत कम धनराशि आवंटित की गई है।
बजट दस्तावेजों के अनुसार, मुख्यमंत्री खट्टर के अधीन विभागों को सबसे अधिक बजट दिया गया है, जबकि शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रियों को उनके मंत्रालयों के लिए अपेक्षा से कम धनराशि आवंटित की गई है। वहीं, गृह मंत्री अनिल विज के मंत्रालयों में कटौती की गई है, लेकिन उनके लिए आवंटित धनराशि में बढ़ोतरी की गई है। विपक्ष इस निर्णय के पीछे सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठा रहा है।
विशेषकर, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन बजट में इन विभागों को कम प्राथमिकता दिए जाने से शिक्षाविदों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों में चिंता पैदा हो रही है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि सरकार अपनी जरूरतों को जनता की जरूरतों से ऊपर रख रही है, जबकि सरकारी प्रवक्ताओं का कहना है कि बजट आवंटन राज्य की आर्थिक स्थिति और विकास योजनाओं को ध्यान में रखकर किया गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बजट आवंटन आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया होगा, ताकि सरकार अपनी योजनाओं को अधिक प्रभावी ढंग से क्रियान्वित कर सके। हालांकि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी क्षेत्रों में कम बजट को लेकर जनता में असंतोष भी देखा जा रहा है। अब यह देखना बाकी है कि सरकार इस आलोचना पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या भविष्य में बजट में कोई संशोधन किया जाएगा।
Comments are closed.