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स्पेन ने पिनाका रॉकेट सिस्टम खरीदने की इच्छा जताई

भारत के पिनाका रॉकेट सिस्टम पर यूरोप का ध्यान……

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ब्रसेल्‍स : भारत के पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट सिस्टम को लेकर यूरोप के देशों में बढ़ती रुचि ने भारत की रक्षा प्रौद्योगिकी को एक नई दिशा में मोड़ दिया है। पहले आर्मीनिया और फिर फ्रांस जैसे देशों ने इस रॉकेट सिस्टम को खरीदने की इच्छा जताई थी। अब, स्पेन ने भी भारत से पिनाका रॉकेट सिस्टम को लेकर बातचीत शुरू कर दी है। यह एक अहम कदम है, क्योंकि पिनाका रॉकेट सिस्टम की प्रभावशीलता और सामरिक महत्व को दुनिया भर में सराहा जा रहा है। भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जो भारतीय तकनीकी विशेषज्ञता और रक्षा उद्योग की ताकत को वैश्विक स्तर पर स्वीकारता है।

पिनाका रॉकेट सिस्टम को भारतीय सेना के लिए डिज़ाइन किया गया था और इसे 1990 के दशक में भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया था। इस सिस्टम का उद्देश्य सेना के लिए त्वरित और व्यापक आग के समर्थन की क्षमता को बढ़ाना है। पिनाका रॉकेट प्रणाली में एक ही बार में कई रॉकेट दागे जा सकते हैं, जिससे दुश्मन की स्थिति में तेजी से तबाही मचाई जा सकती है। इसके उपयोग से भारत की सेना को किसी भी युद्ध क्षेत्र में सटीकता और ताकत मिलती है, जो अन्य देशों की सेनाओं के लिए एक आदर्श बन चुका है।

स्पेन ने इस रॉकेट सिस्टम को अपनी सेना की सामरिक आवश्यकताओं के अनुरूप समझा और भारत से इसे खरीदने की इच्छा जताई है। यह स्थिति भारत की बढ़ती रक्षा कूटनीति और तकनीकी विकास को दर्शाता है। भारतीय रॉकेट सिस्टम की उच्च क्षमता और सामरिक लाभ को देखते हुए, कई देश अब इसकी खरीदारी पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। भारत का यह रॉकेट सिस्टम न केवल इसके राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को मजबूत करता है, बल्कि इसे वैश्विक रक्षा बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी भी बनाता है।

भारत की रक्षा क्षमता के साथ-साथ उसके तकनीकी विकास में भी काफी सुधार हुआ है। यह केवल सैन्य क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि वैश्विक कूटनीतिक रिश्तों में भी भारत के प्रभाव को बढ़ाता है। स्पेन के साथ इस संभावित समझौते से भारत की रक्षा साझेदारी को और मजबूती मिलेगी। इसके साथ ही, पिनाका रॉकेट सिस्टम को दुनिया भर में स्वीकार्यता मिलेगी, जो भारत के लिए एक महत्वपूर्ण विकास है। अब देखने वाली बात यह होगी कि अन्य देश भी भारत से इस तरह की प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे या नहीं।

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