शिमला BCS किडनैप केस में कॉल रिकॉर्डिंग
विदेशी नंबर से फोन, पुलिस ने क्राइम सीन दोहराया……..
शिमला के चर्चित BCS किडनैप केस में एक नया मोड़ आ गया है। पुलिस को पीड़ित परिवार और आरोपी के बीच हुई एक कॉल रिकॉर्डिंग मिली है, जिसने मामले की जांच को और गहरा कर दिया है। यह कॉल विदेशी नंबर से की गई थी, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को मजबूर बताते हुए पीड़ित के माता-पिता से बात की। कॉल में आरोपी की आवाज में घबराहट और दबाव साफ झलक रहा था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कॉल के दौरान आरोपी ने पीड़ित के सुरक्षित होने की बात कही, लेकिन साथ ही किसी तीसरे पक्ष के दबाव में होने का इशारा भी दिया। कॉल की यह रिकॉर्डिंग अब पुलिस के पास एक अहम सबूत बन गई है, जिसे साइबर सेल की मदद से ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। विदेशी नंबर होने के कारण तकनीकी जांच में थोड़ा समय लग रहा है, लेकिन जांच एजेंसियां कॉल के स्रोत तक पहुंचने के लिए अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से संपर्क कर रही हैं।
इस बीच, पुलिस ने मामले को बेहतर समझने और सबूत इकट्ठा करने के लिए क्राइम सीन का रीक्रिएशन किया। इसमें पुलिस टीम ने उस स्थान का मुआयना किया जहां से पीड़ित को कथित तौर पर अगवा किया गया था, और फिर घटना से जुड़े हर कदम को दोहराया गया। रीक्रिएशन के दौरान स्थानीय लोगों और चश्मदीदों से भी पूछताछ की गई, ताकि घटना के समय की सटीक जानकारी मिल सके।
शिमला पुलिस ने इस मामले में पहले ही कई लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। अधिकारियों का कहना है कि कॉल रिकॉर्डिंग से मिली जानकारी से यह स्पष्ट होता है कि मामले में केवल एक या दो लोग नहीं, बल्कि एक संगठित गिरोह शामिल हो सकता है, जो अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करता है।
पीड़ित के परिवार का कहना है कि वे बच्चे की सुरक्षित वापसी के लिए पूरी तरह पुलिस पर भरोसा कर रहे हैं। परिवार ने मीडिया से अपील की है कि इस संवेदनशील मामले को लेकर कोई अफवाह या गलत जानकारी न फैलाई जाए, जिससे जांच पर असर पड़े।
मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के उच्च अधिकारियों ने भी इसकी निगरानी शुरू कर दी है। पुलिस की कई टीमें अलग-अलग एंगल से जांच कर रही हैं और डिजिटल फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी मामले में जोड़ा गया है।
शिमला में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग सोशल मीडिया पर इसके अपडेट को करीब से फॉलो कर रहे हैं। पुलिस का मानना है कि अगर कॉल का स्रोत और लोकेशन जल्द ट्रेस हो गया, तो इस केस को सुलझाने में बड़ी मदद मिलेगी।
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