वारिस पंजाब दे वायरल चैट पर कार्रवाई क्यों..
मोगा में FIR दर्ज, दो संदिग्ध हिरासत में, केंद्रीय नेताओं पर हमले की साजिश का खुलासा…
पंजाब : में सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते एक बड़ी साजिश को समय रहते बेनकाब कर दिया गया है। ‘वारिस पंजाब दे’ नाम के संगठन से जुड़ी एक वायरल चैट को लेकर मोगा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और इस मामले में दो संदिग्धों को राउंडअप किया गया है। बताया जा रहा है कि इस ग्रुप में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई अन्य बड़े नेताओं पर हमले की योजना बनाई जा रही थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही चैट में देश विरोधी बातचीत और हिंसा भड़काने की प्लानिंग सामने आई थी। इस चैट में कुछ यूजर्स खुले तौर पर केंद्रीय नेताओं पर हमलों की रणनीति बना रहे थे और पंजाब में अशांति फैलाने की साजिश कर रहे थे। जैसे ही यह सूचना सुरक्षा एजेंसियों को मिली, मोगा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की और संदिग्धों की धरपकड़ शुरू की।
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए दो संदिग्धों से पूछताछ जारी है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इनका संबंध ‘वारिस पंजाब दे’ ग्रुप से रहा है, जो पहले भी विवादों में रहा है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस ग्रुप के तार किसी अंतरराष्ट्रीय संगठन या अलगाववादी विचारधारा से जुड़े हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद पंजाब पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। खासतौर पर केंद्रीय नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी गई है और ऐसे अन्य ग्रुप्स की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
राज्य के गृह विभाग ने साफ किया है कि पंजाब की शांति व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राज्य में कट्टरपंथी सोच को पनपने नहीं दिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
यह कार्रवाई न सिर्फ एक बड़ी साजिश को नाकाम करने में अहम रही, बल्कि यह भी दिखाती है कि सुरक्षा एजेंसियां राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए पूरी तरह चौकस हैं।
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