वन विभाग के 942 कर्मचारी हुए नियमित
सीएम भगवंत मान ने नियुक्ति पत्र सौंपा, विपक्ष पर भी साधा निशाना
पंजाब सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए वन विभाग के 942 कर्मचारियों को नियमित करने की घोषणा की है। बुधवार को चंडीगढ़ में आयोजित एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इन कर्मचारियों को खुद नियुक्ति पत्र सौंपे। इस मौके पर उन्होंने अपनी सरकार की नीतियों को जनहितकारी बताया और साथ ही विपक्ष पर भी जमकर हमला बोला।
कार्यक्रम में पहुंचे सभी कर्मचारी और उनके परिजन बेहद भावुक नजर आए। वर्षों से अनुबंध पर काम कर रहे ये लोग आखिरकार अपने अधिकार को पाकर संतोष और गर्व महसूस कर रहे थे। कई कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें अब अपने बच्चों की पढ़ाई, घर का खर्च और भविष्य की योजनाओं को लेकर थोड़ी राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह सिर्फ एक नियुक्ति नहीं, बल्कि इन कर्मचारियों के आत्मसम्मान और स्थिर जीवन की ओर बढ़ाया गया एक ठोस कदम है। उन्होंने पूर्व सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि “इतने सालों तक इन लोगों की मेहनत को नजरअंदाज किया गया। पहले सरकारें लोगों के हितों की बजाय राजनीति में उलझी रहीं। लेकिन हमारी सरकार लोगों के हक दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।” सीएम ने विपक्षी नेताओं, खासकर बिक्रम मजीठिया का नाम लेते हुए कहा कि आज जब हम जनता के लिए फैसले ले रहे हैं, तो कुछ लोग इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सच्चाई और विकास के रास्ते पर चलने वाली सरकार का समर्थन करें।
वन विभाग में काम करने वाले कर्मचारी लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे थे। लगातार धरने, प्रदर्शन और ज्ञापन देने के बाद यह दिन उनके लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। गुरदासपुर से आए एक फॉरेस्ट गार्ड ने कहा, “मैंने 15 साल से ज्यादा सेवा दी है। आज मेरी मेहनत को पहचान मिली है। यह मेरे लिए किसी त्यौहार से कम नहीं है।” सरकार की इस घोषणा से न सिर्फ कर्मचारियों में उत्साह है, बल्कि पूरे राज्य में एक सकारात्मक संदेश गया है कि मेहनत रंग लाती है और ईमानदारी से किया गया काम कभी व्यर्थ नहीं जाता। आखिर में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सिर्फ वादे नहीं करती, बल्कि उन्हें पूरा भी करती है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और पारदर्शिता पर जोर देकर वे पंजाब को प्रगतिशील राज्य बनाना चाहते हैं।