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लायंस क्लब ने डी ए वी कॉलेज की एन एस एस यूनिट के सहयोग से लगाया रक्तदान शिविर

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर स्टूडेंट्स को पढ़ाया रोड सेफ्टी का पाठ

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चंडीगढ़: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को लॉयंस क्लब चंडीगढ़ सेंट्रल की ओर से डी ए वी कॉलेज की एन एस एस यूनिट और चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस और ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के सहयोग से ब्लड डोनेशन कैम्प और रोड सेफ्टी जागरूकता सेशन आयोजित किया गया। रक्तदान शिविर का संचालन पी जी आई की ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग की डॉक्टर टीम ने किया। डी ए वी कॉलेज सेक्टर 10 में आयोजित ब्लड डोनेशन कैम्प और रोड सेफ्टी जागरूकता कार्यक्रम में यहां स्टूडेंट्स को समाज और इतिहास मे महिलाओं के योगदान के प्रति बताया गया। वहीं इस दौरान स्टूडेंट्स को रक्तदान की महत्वता और सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के प्रति भी जागरूक किया गया। चंडीगढ़ यातायात पुलिस की टीम ने इंस्पेक्टर प्रवेश शर्मा के मार्गदर्शन में स्टूडेंट्स को यातायात के नियम बताए। इस दौरान उन्हें उनके परिजनों को भी जागरूक करने को कहा गया। स्टूडेंट्स से दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने, तीन सवारी नहीं बैठाने, रैश ड्राइविंग नही करने, वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करने की भी अपील की गई। इस अवसर पर लॉयंस क्लब चंडीगढ़ सेंट्रल से लायंस राज गुप्ता, सुशील गोयल, संजीव प्रोफेसर नितेश गोयल और ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन रविंदर सिंह बिल्ला और उनकी टीम सदस्य जसविंदर कौर और शिवानी गौतम सहित चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस की टीम उपस्थित रही।

लॉयंस क्लब चंडीगढ़ सेंट्रल के प्रेसिडेंट सुशील गोयल ने बताया कि क्लब की ओर से लगवाए जाने वाला यह 54वां रक्तदान शिविर है। लायंस क्लब समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को देखते हुए ब्लड डोनेशन कैम्प, ऑर्गन डोनेशन कैम्प, आई डोनेशन कैम्प और हेल्थ चेकअप कैम्प लगाता आ रहा है और यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा।

ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन रविन्द्र सिंह बिल्ला ने कहा कि महिला दिवस हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है और इसका उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सम्मान देना है। महिलाओं ने इतिहास में हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी है, चाहे वह शिक्षा हो, राजनीति हो, विज्ञान हो या खेल का मैदान।नारी केवल एक शब्द नहीं, बल्कि संपूर्ण सृष्टि का आधार है। वह जीवनदायिनी है, प्रेम की मूर्ति और रिश्ते संवारने वाली शक्ति है। भारतीय संस्कृति में नारी को शक्ति, ममता, और त्याग का स्वरूप माना गया है। हमारे शास्त्रों में कहा गया है-  ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः’  यानी जहां पर नारी का सम्मान होता है, वहां देवताओं का वास होता है।
इंस्पेक्टर प्रवेश शर्मा की टीम ने कहा कि सभी को सड़क सुरक्षा के प्रति सजग होना चाहिए। सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होने का मतलब है कि आप अपनी जीवन की सुरक्षा के प्रति सजग है।                                                       (रोशन लाल शर्मा की रिपोर्ट)


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