लाइसेंस घोटाले में आरटीओ ढिल्लों पर शिकंजा
तीसरी बार गिरफ्तारी वारंट, छापेमारी में सुराग नहीं मिला…..
चंडीगढ़ : ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले में फंसे आरटीओ अधिकारी ढिल्लों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब तक तीसरी बार उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा चुका है, लेकिन अभी तक पुलिस को उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। घोटाले के खुलासे के बाद से ही आरटीओ ढिल्लों फरार हैं और प्रशासन लगातार उनकी तलाश में जुटा है। ताजा जानकारी के अनुसार, पुलिस ने सर्च वारंट भी हासिल कर लिए हैं और कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है, लेकिन ढिल्लों का कोई पता नहीं चल सका।
यह ड्राइविंग लाइसेंस घोटाला हाल ही में तब सामने आया जब जांच एजेंसियों को यह संकेत मिले कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं। मामले की पड़ताल जैसे-जैसे आगे बढ़ी, आरटीओ ढिल्लों का नाम मुख्य आरोपियों में सामने आया। उन पर आरोप है कि उन्होंने नियमों को ताक पर रखकर अवैध तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए और इसके बदले मोटी रकम वसूली।
प्रशासन की ओर से कार्रवाई तेज कर दी गई है। पुलिस की टीमें लगातार दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। सूत्रों की मानें तो ढिल्लों ने फरारी के दौरान कई बार अपने स्थान बदले हैं, जिससे उन्हें पकड़ने में समय लग रहा है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अदालत से तीसरी बार गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है, जो दर्शाता है कि आरोपी जानबूझकर कानून से बचने की कोशिश कर रहा है। अब जल्द ही ढिल्लों को भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा सकती है।
इस घोटाले में कई अन्य कर्मचारियों और बिचौलियों की भी भूमिका की जांच की जा रही है और जल्द ही कुछ और गिरफ्तारी होने की संभावना है। आरटीओ विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे हैं, और सरकार स्तर पर विभागीय जांच के आदेश दिए जा सकते हैं।
घोटाले का खुलासा होते ही पूरे इलाके में चर्चा का माहौल है और लोग सवाल कर रहे हैं कि इतनी बड़ी अनियमितता कैसे लंबे समय तक नजरों से छुपी रही।
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