रेवाड़ी में अफीम संग युवक गिरफ्तार
चरखी दादरी निवासी, 10 साल जेल काट चुका, तीसरी बार नशे के केस में पकड़ा गया….
रेवाड़ी पुलिस ने एक बार फिर नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए चरखी दादरी के रहने वाले एक युवक को अफीम के साथ गिरफ्तार किया है। यह आरोपी पहले भी दो बार नशे के मामलों में पकड़ा जा चुका है और 10 साल जेल की सजा काट चुका है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम स्थानीय रिकॉर्ड में पहले से ही दर्ज है और वह क्षेत्र में नशा सप्लाई करने के लिए कुख्यात है। इस बार वह रेवाड़ी इलाके में अफीम की खेप लेकर किसी ग्राहक को देने आ रहा था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी की और उसे दबोच लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से अफीम बरामद हुई, जिसकी कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है।
आरोपी के खिलाफ पहले भी नशे के कारोबार से जुड़े कई केस दर्ज हैं। वह करीब 10 साल जेल में रह चुका है। जेल से बाहर आने के बाद उसने कुछ समय तक शांत जीवन बिताने की कोशिश की, लेकिन फिर से नशे के धंधे में लौट आया। पुलिस का कहना है कि नशे के कारोबार में उसकी सक्रियता लगातार बढ़ रही थी, इसलिए इस बार उसकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी गई।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी की पत्नी ने भी उसके आपराधिक जीवन और बार-बार जेल जाने से तंग आकर उसे छोड़ दिया था। पारिवारिक जीवन बिखरने के बावजूद आरोपी ने अपने पुराने काम से तौबा नहीं की।
रेवाड़ी पुलिस ने बताया कि यह आरोपी तीसरी बार नशे के केस में पकड़ा गया है। मामले में उसके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि वह किन-किन इलाकों में नशा सप्लाई करता था और उसके नेटवर्क में कितने लोग शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, आरोपी से पूछताछ में कई और बड़े खुलासे होने की संभावना है। अधिकारी मानते हैं कि नशे का यह नेटवर्क केवल एक जिले तक सीमित नहीं है, बल्कि आसपास के जिलों और संभवतः दूसरे राज्यों तक फैला हो सकता है।
स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि पुलिस ऐसे नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कदम उठाती रहेगी। उन्होंने कहा कि नशा न केवल युवाओं का भविष्य बर्बाद करता है, बल्कि समाज में अपराध को भी बढ़ावा देता है।
रेवाड़ी पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे नशा तस्करों के बारे में किसी भी तरह की सूचना तुरंत साझा करें, ताकि समाज को इस बुराई से मुक्त किया जा सके।
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