राजस्थान में फिर बरपेगा मानसून का कहर
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राजस्थान में मानसून का कहर फिर बरपेगा

अगले सात दिन भारी बारिश से बेहाल रहेगा राजस्थान, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

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जयपुर राजस्थान एक बार फिर मूसलाधार बारिश की चपेट में आने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक नई चेतावनी जारी की है, जिसमें अगले सात दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। खासतौर पर 15 से 21 अगस्त के बीच मानसून की गतिविधियों में तेजी देखी जा सकती है। इससे प्रदेश के कई इलाकों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

राजस्थान में इस समय बारिश का दौर थमा हुआ नजर आ रहा था, लेकिन अब मानसून फिर से सक्रिय हो रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण राजस्थान की ओर नमी वाली हवाएं आ रही हैं, जिससे बादलों का बनना और वर्षा की संभावना लगातार बढ़ रही है। खासकर पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान में अगले कुछ दिनों तक जोरदार बारिश हो सकती है।

जयपुर, उदयपुर, कोटा, भरतपुर और अजमेर संभागों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है। साथ ही कुछ क्षेत्रों में बिजली गिरने की भी संभावना है, जिसे देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। भारी बारिश के चलते जलभराव, सड़कें बाधित होने और ग्रामीण इलाकों में फसलों को नुकसान होने का खतरा भी जताया गया है।

विभाग के अनुसार, यह बारिश सामान्य से अधिक हो सकती है और इसका असर परिवहन व्यवस्था, स्कूलों की दिनचर्या, और दैनिक जीवन पर साफ नजर आएगा। प्रशासन ने एहतियातन कुछ जिलों में अलर्ट मोड पर टीमें तैनात कर दी हैं। वहीं, गांवों में नालों और तालाबों का जलस्तर तेजी से बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

राजस्थान में मानसून का यह दूसरा दौर काफी प्रभावशाली हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार की बारिश खेती के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी होने पर नुकसान भी हो सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की निगरानी करें और खेतों में जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

इस बीच स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लें और अनावश्यक यात्रा से बचें। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।

आने वाले दिनों में राजस्थान एक बार फिर से मानसून की झमाझम बारिश के बीच जूझता नजर आ सकता है। हालांकि इस पानी की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी, पर इसकी तीव्रता ने चिंता भी बढ़ा दी है। उम्मीद है कि लोग सतर्क रहकर इस प्राकृतिक आपदा से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख पाएंगे।

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