रक्षाबंधन पर महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा
सीटीयू बसों में बहनों को मिलेगा पूरे दिन निशुल्क सफर का तोहफ़ा
चंडीगढ़ रक्षाबंधन के पावन अवसर पर चंडीगढ़ प्रशासन ने महिलाओं को एक खास तोहफ़ा दिया है। इस बार बहनों को अपने भाइयों से मिलने या त्योहार मनाने के लिए सफर का खर्च नहीं उठाना पड़ेगा। सीटीयू (चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग) ने घोषणा की है कि रक्षाबंधन के दिन महिलाएं पूरे दिन शहर और ट्राईसिटी में कहीं भी सीटीयू बसों में निशुल्क यात्रा कर सकेंगी।
यूटी प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद बुधवार को सीटीयू की ओर से यह आदेश जारी किए गए। अधिकारियों के मुताबिक, यह सुविधा सुबह से रात तक सभी सीटीयू बसों में लागू होगी। चाहे महिलाएं चंडीगढ़ के भीतर सफर करना चाहें या फिर मोहाली और पंचकूला जैसे ट्राईसिटी क्षेत्रों में जाना चाहें, वे बिना किसी किराए के यात्रा कर पाएंगी।
इस निर्णय से न केवल महिलाओं को आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि त्योहार पर उनके सफर को आसान और सुरक्षित भी बनाया जाएगा। प्रशासन का मानना है कि इस कदम से महिलाएं आसानी से अपने परिवार और रिश्तेदारों से जुड़ पाएंगी, साथ ही उन्हें निजी वाहनों या महंगे साधनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
सीटीयू अधिकारियों का कहना है कि रक्षाबंधन जैसे पारिवारिक और भावनात्मक त्योहार पर महिलाओं को यह सुविधा देना, समाज में आपसी प्रेम और सम्मान को बढ़ावा देने का एक प्रयास है। इसके अलावा, इससे सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
यात्रियों की सुविधा के लिए सीटीयू ने बसों के अतिरिक्त फेरे भी बढ़ाने का निर्णय लिया है, ताकि त्योहार के दिन बसों में भीड़ ज्यादा न हो। ड्राइवरों और कंडक्टर्स को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे महिलाओं के लिए यात्रा को सहज और सुखद बनाएं।
स्थानीय लोगों और महिला संगठनों ने इस निर्णय का स्वागत किया है। कई महिलाओं ने कहा कि यह न केवल आर्थिक रूप से मददगार है, बल्कि त्योहार पर सुरक्षा और सुविधा की गारंटी भी देता है।
रक्षाबंधन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है, और इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती हैं। भाई भी बहनों को उपहार देकर उनके प्रति अपने प्रेम और सुरक्षा का वादा निभाते हैं। इस बार चंडीगढ़ प्रशासन का यह फैसला भी उसी भावना को आगे बढ़ाने का एक सुंदर प्रयास है।