मोहाली में लॉरेंस गैंग का सदस्य घायल
पीजी में छिपे Lawrence गैंग के Sumit Bishnoi को पुलिस एनकाउंटर में गोली लगी, इलाज चल रहा…..
मोहाली में एक तड़का गिरते ही शहर का क्राइम पर महौल बदल गया जब पुलिस और Anti‑Gangster Task Force (AGTF) की संयुक्त कार्रवाई में गैंगस्टर सुमित बिश्नोई नामक व्यक्ति गोली लगने से घायल हो गया। वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का मुख्य सदस्य है और पंजाब-हरियाणा क्षेत्र में सक्रिय माना जाता था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सुमित बिश्नोई राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के लखासर गांव का निवासी है, और वह पिछले कई महीनों से पुलिस द्वारा तलाशा जा रहा था क्योंकि उस पर स्थानीय हत्याओं और संगीन अपराधों में लिप्त होने के आरोप हैं।
पुलिस ने बताया कि सुमित किसी समय पीजी अकॉमोडेशन (paying guest) में रह रहा था, और वह डेरा बसी के पास स्थित पीजी में छिपा हुआ मिला। उस समय पुलिस टीम ने छापा मारा और जब ऑपरेशन में इंस्पेक्टर ने प्रवेश किया, तो उस पर गोली चला दी गई। पुलिस ने जवाबी फायर में उसे घायल कर दिया।
पुलिस के आईजी और SSP की निगरानी में हुई इस कार्रवाई में कोई अन्य चोटिल नहीं हुआ और संदिग्ध को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में उसकी इलाज जारी है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है ताकि यह पता चल सके कि वह किस ट्रांसनैशनल गिरोह और किस अन्य आरोपी से संपर्क में था।
सुमित बिश्नोई का नाम खासकर उन Lawrence गैंग के नेटवर्क में लिया जाता है जो हथियार तस्करी, वसूली और हिंसा के लिए जाना जाता है। पंजाब पुलिस के पास उसकी पहचान से जुड़े कई खुलासे हैं, और AGTF पहले भी इसी गिरोह के कई अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है
इस एनकाउंटर की पुष्टि समाचार स्रोतों और पुलिस के प्रेस बुलेटिन में भी की गई है, जिसमें बताया गया कि सुमित ही नहीं, बल्कि अन्य गिरोह संबंधी कार्य भी नगर क्षेत्र में सक्रिय बताए जाते रहे हैं। इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी पुलिस अधिकारी द्वारा गोलीबारी केवल आत्मरक्षा की प्रतिक्रिया थी। हालांकि, यदि पुलिस कार्रवाई की जांच में अपराधबोध पाया जाता है तो अधिकारियों को उनसे जवाबदेही निभानी होगी।