मजीठिया की हिरासत 2 अगस्त तक बढ़ी - News On Radar India
News around you

मजीठिया की हिरासत 2 अगस्त तक बढ़ी

सीएम को भेजा संदेश, दिल्ली-चंडीगढ़ में छापेमारी जारी

6

पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें फिलहाल कम होती नजर नहीं आ रही हैं। भ्रष्टाचार और अन्य गंभीर आरोपों के मामले में गिरफ्तार मजीठिया की हिरासत को 2 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है। इस दौरान जांच एजेंसियों ने दिल्ली और चंडीगढ़ में उनके करीबियों और संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। मजीठिया ने जेल से ही मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक संदेश भी भेजा है जिसमें उन्होंने कहा, “मैं सिरहाने के नीचे हाथ रखकर सो रहा हूं”, जो यह दर्शाता है कि वे खुद को बेगुनाह मानते हैं और किसी भी जांच से डरते नहीं हैं।

इस केस में मजीठिया की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। जहां आम आदमी पार्टी इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी जीत बता रही है, वहीं शिरोमणि अकाली दल इसे सियासी बदले की कार्रवाई बता रहा है। मजीठिया की पत्नी और अकाली दल की नेता गनिव कौर मजीठिया ने कहा है कि उनके पति को बिना किसी ठोस सबूत के परेशान किया जा रहा है और यह पूरी कार्रवाई राजनीतिक दबाव में की जा रही है।

इस बीच, चंडीगढ़ और दिल्ली में हुई छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि मजीठिया से जुड़ी कंपनियों और संपत्तियों की भी समीक्षा की जा रही है। जांच एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि मजीठिया के पास आए धन का स्रोत क्या था और उसका कहां-कहां इस्तेमाल किया गया।

सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि राज्य सरकार आगामी चुनावों से पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश देना चाहती है। वहीं विपक्ष इस मामले को जनता की सहानुभूति हासिल करने के प्रयास के रूप में देख रहा है।

मजीठिया का यह कहना कि वह सिरहाने के नीचे हाथ रखकर सो रहे हैं, दरअसल एक पुरानी कहावत का हवाला है जिसका अर्थ है – निर्दोष व्यक्ति निश्चिंत होता है। उनके इस बयान से साफ है कि वह खुद को किसी भी गलत कार्य से अलग मानते हैं और जांच से भागने की मंशा नहीं रखते। अब देखना यह होगा कि 2 अगस्त को जब अदालत में उन्हें दोबारा पेश किया जाएगा, तब तक जांच एजेंसियों के पास उनके खिलाफ कितने पुख्ता सबूत होते हैं और आगे की कार्रवाई किस दिशा में जाती है।

You might also like

Comments are closed.