भूकंप के बाद सुनामी का साया मंडराया
रूस, अमेरिका और जापान में सुनामी अलर्ट, समुद्र के किनारे बसे इलाकों में दहशत का माहौल
अमेरिका भूकंप के बाद अब समुद्र में उठती लहरों ने दुनिया के कई देशों को चिंता में डाल दिया है। जापान, अमेरिका और रूस समेत प्रशांत महासागर से सटे इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है। जापान की मौसम एजेंसी के अनुसार, देश के उत्तर-पूर्वी इलाके इशिनोमाकी में समुद्र का स्तर अचानक बढ़ा है, जिसके चलते सुनामी की संभावनाएं जताई जा रही हैं। स्थानीय लोगों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है और तटीय क्षेत्रों में आपात सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया है।
इशिनोमाकी वही इलाका है जो साल 2011 में आई भीषण सुनामी से बुरी तरह प्रभावित हुआ था। इसलिए वहां के लोग इस अलर्ट को हल्के में नहीं ले रहे। हर किसी को डर है कि इतिहास खुद को दोहरा न दे। इसी को देखते हुए कई इलाकों में स्कूल और दफ्तर बंद कर दिए गए हैं, और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
दूसरी ओर, अमेरिका के अलास्का और कैलिफोर्निया जैसे तटीय इलाकों में भी हलचल तेज हो गई है। वहां की मौसम एजेंसियों ने समुद्री हलचलों पर नजर रखते हुए नागरिकों को अलर्ट कर दिया है। कई जगहों पर समुद्र तटों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो। रूस के सुदूर पूर्वी इलाके में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसके बाद समुद्र में हलचल देखी गई है। प्रशासन ने चेतावनी जारी कर दी है और लोगों से कहा गया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, लेकिन जरूरी सतर्कता जरूर बरतें।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह सभी घटनाएं प्रशांत ‘रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र से जुड़ी हैं, जो विश्व का सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र है। इस क्षेत्र में ज्वालामुखी गतिविधियां भी तेज रहती हैं, जो समुद्र में हलचल और सुनामी का कारण बन सकती हैं। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है।
जापान की सरकार ने समुद्र किनारे बसे इलाकों में रहने वाले लोगों से आग्रह किया है कि वे सतर्क रहें, सरकारी निर्देशों का पालन करें और अफवाहों से बचें। सोशल मीडिया पर भी लोगों से अपील की जा रही है कि वे कोई भी वीडियो या संदेश शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की जांच कर लें। इस समय सबसे जरूरी है कि लोग घबराएं नहीं, लेकिन सजग और सतर्क जरूर रहें। राहत और बचाव दल सक्रिय हो चुके हैं और स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है। उम्मीद है कि यह खतरा टल जाएगा और सभी सुरक्षित रहेंगे।