भिलाई से यूएस-Canada तक साइबर ठगी!
हरियाणा के मास्टरमाइंड ने वायरस भेजकर अमेरिका-कनाडा में की ठगी, $100 लेकर हटाते थे खुद का वायरस…..
भिलाई और हरियाणा से संचालित एक साइबर क्राइम रैकेट ने अमेरिका और कनाडा जैसे विकसित देशों तक अपने जाल फैला दिए थे। इस गिरोह ने हजारों डॉलर की ठगी कर विदेशी नागरिकों को अपना शिकार बनाया। चौंकाने वाली बात ये है कि यह पूरा ऑपरेशन हरियाणा के एक युवक द्वारा मास्टरमाइंड किया गया था, जो अब पुलिस की गिरफ्त में है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरोह का मुख्य तरीका लोगों को वायरस भेजकर उनके सिस्टम को हैक करना था। फिर इन विदेशी यूजर्स को कॉल कर यह कहकर डराया जाता था कि उनका कंप्यूटर या मोबाइल सिस्टम खतरे में है और तुरंत “टेक्निकल हेल्प” लेनी होगी।
इस “हेल्प” के नाम पर उनसे प्रति केस 100 डॉलर तक वसूले जाते थे, और वायरस हटाने का दावा किया जाता था। मजे की बात यह है कि जो वायरस हटाया जाता था, वो उन्हीं के द्वारा डाला गया था। कई मामलों में, भुगतान के बाद उनका नंबर ब्लॉक कर दिया जाता था, ताकि वे दोबारा संपर्क न कर सकें।
भिलाई में बैठे कॉल सेंटर के जरिये यह गिरोह अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को लगातार निशाना बना रहा था। शिकायतें मिलने के बाद इंटरनेशनल एजेंसियों की निगरानी में यह मामला भारत की एजेंसियों तक पहुंचा। जांच में लोकेशन ट्रैकिंग और डिजिटल सबूतों के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और मास्टरमाइंड युवक को गिरफ्तार कर लिया।
बताया जा रहा है कि यह गिरोह पिछले दो वर्षों से सक्रिय था और हजारों डॉलर की अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी कर चुका था। कई फर्जी बैंक खाते, डोमेन और फेक कॉलिंग सिस्टम भी पुलिस ने जब्त किए हैं। अब एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं और किन-किन देशों में इनकी ठगी फैली हुई है।