भारत के इनकार के बाद पाकिस्तान फाइनल में
WCL वेटरन लीग में भारत सेमीफाइनल नहीं खेला, इंडियन टीम चौथे स्थान पर रही
बर्मिंघम क्रिकेट में राजनीति एक बार फिर खेल पर हावी हो गई है। वर्ल्ड चैंपियनशिप लीग (WCL) के वेटरन टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने सेमीफाइनल खेलने से इनकार कर दिया, जिससे पाकिस्तान की टीम सीधे फाइनल में पहुंच गई। इस फैसले ने जहां एक तरफ क्रिकेट प्रेमियों को हैरान किया, वहीं खेल और कूटनीति के रिश्ते पर फिर से चर्चा छेड़ दी है।
WCL वेटरन लीग उन पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की प्रतियोगिता है, जो कभी अपने देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। यह टूर्नामेंट उम्रदराज लेकिन फिट खिलाड़ियों के बीच खेल भावना को बनाए रखने और पुराने सितारों को फिर से देखने का एक मंच होता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला सेमीफाइनल मैच टूर्नामेंट का सबसे बहुप्रतीक्षित मुकाबला माना जा रहा था। लेकिन भारतीय टीम ने आखिरी समय पर सुरक्षा कारणों और राजनीतिक स्थिति का हवाला देते हुए मैच खेलने से इनकार कर दिया। इससे टूर्नामेंट के आयोजकों को झटका लगा और पाकिस्तान को वॉकओवर देकर फाइनल में भेजा गया।
भारतीय टीम ने भले ही ग्रुप स्टेज में शानदार प्रदर्शन किया हो, लेकिन इस फैसले के बाद उसे चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा। भारत के पूर्व खिलाड़ी और कप्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया, “खिलाड़ियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। हम खेल के लिए आए हैं, पर ऐसे माहौल में जाना हमारी समझदारी नहीं थी।”
पाकिस्तानी मीडिया और क्रिकेट बोर्ड ने भारत के इस फैसले की आलोचना की है, जबकि WCL के आयोजकों ने इसे “दुखद लेकिन स्वीकार्य” करार दिया। क्रिकेट प्रेमियों को दोनों देशों की वेटरन टीमों के बीच मुकाबला देखने की उम्मीद थी, जो अब अधूरी रह गई। खेल प्रेमियों में इस फैसले को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ लोग इसे खेल भावना के खिलाफ मानते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे पहले है और किसी भी खतरे में जाना समझदारी नहीं।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और वेटरन क्रिकेट के प्रशंसक संजय कुमार ने कहा, “हम राजनीति में नहीं पड़ना चाहते, लेकिन मैदान में मुकाबले से ही खेल की असली भावना बनती है। खिलाड़ियों को मौका मिलता है पुराने दिनों को फिर से जीने का और दर्शकों को उन्हें फिर से देखने का।” भारत की गैरमौजूदगी में अब पाकिस्तान फाइनल में पहुंच गया है, जहां उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड से हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि फाइनल में कौन बाज़ी मारता है, लेकिन भारतीय टीम की अनुपस्थिति से टूर्नामेंट की चमक कुछ फीकी पड़ गई है।