भारत की रोमांचक जीत, सीरीज में अजेय बढ़त
यास्तिका, राधा और तनुजा की पारियों से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दो विकेट से हराया…..
ब्रिस्बेन के मैदान पर खेले गए दूसरे वनडे मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को दो विकेट से हराकर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। यह मुकाबला पूरी तरह से रोमांचक रहा, जहां दोनों टीमों ने जीत के लिए आखिरी गेंद तक संघर्ष किया। आखिरकार भारत ने धैर्य और संतुलन से खेलते हुए जीत दर्ज की और सीरीज अपने नाम कर ली।
मैच की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया ए के लिए अच्छी रही जब उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनकी टीम ने निर्धारित 50 ओवर में नौ विकेट खोकर 265 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने बीच-बीच में अच्छी साझेदारियां कीं, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने लगातार दबाव बनाए रखा। भारतीय गेंदबाजों ने सधी हुई लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने शुरुआत में कुछ जल्दी विकेट खो दिए, जिससे दबाव बढ़ गया। लेकिन यास्तिका भाटिया ने क्रीज पर डटकर खेलते हुए शानदार अर्धशतक जड़ा और टीम को संभाला। उनके साथ राधा यादव ने भी जिम्मेदारी भरी पारी खेली। दोनों ने बीच के ओवरों में समझदारी से रन बटोरे और पारी को आगे बढ़ाया। इसके बाद तनुजा कंवर ने भी अहम समय पर अर्धशतक बनाकर टीम की जीत की उम्मीदें मजबूत कर दीं।
मैच का सबसे रोमांचक पल आखिरी ओवर में आया जब भारत को जीत के लिए कुछ ही रन चाहिए थे और दो विकेट शेष थे। दर्शकों की सांसें थमी हुई थीं। हर गेंद के साथ रोमांच बढ़ता गया और 49.5 ओवर में भारत ने 266 रन पूरे कर मुकाबला अपने नाम कर लिया। खिलाड़ियों ने जिस तरह संयम और आत्मविश्वास दिखाया, उसने साबित कर दिया कि भारतीय टीम मुश्किल परिस्थितियों में भी जीत हासिल करने की क्षमता रखती है।
इस जीत के बाद भारतीय खेमे में उत्साह का माहौल है। कप्तान और कोच ने खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की और कहा कि यह जीत टीम के आत्मविश्वास को और बढ़ाएगी। खासतौर पर यास्तिका, राधा और तनुजा की पारियों को सराहा गया जिन्होंने कठिन समय में जिम्मेदारी उठाई। इस जीत ने यह भी साबित किया कि टीम के पास गहराई है और कोई भी खिलाड़ी जरूरत पड़ने पर मैच का रुख बदल सकती है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए यह हार निराशाजनक रही, क्योंकि उन्होंने एक अच्छा स्कोर खड़ा करने के बावजूद मैच गंवा दिया। उनकी गेंदबाजी भारतीय बल्लेबाजों पर पूरी तरह हावी नहीं हो पाई। वहीं, भारत की जीत ने यह संदेश दिया कि यह टीम केवल एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं है, बल्कि सामूहिक प्रयास से बड़े लक्ष्य हासिल कर सकती है।
सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर भारत ने न केवल जीत पक्की कर ली, बल्कि आत्मविश्वास और टीम स्पिरिट से यह भी दिखा दिया कि वह हर परिस्थिति का सामना करने में सक्षम है। ब्रिस्बेन की यह शाम भारतीय क्रिकेट के लिए यादगार बन गई और प्रशंसकों के दिलों में लंबे समय तक बनी रहेगी।
Comments are closed.