भाजपा में शामिल होते ही मनीषा रंधावा को बड़ी राहत, अविश्वास प्रस्ताव फेल
जींद जिला परिषद की चेयरपर्सन मनीषा रंधावा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव हुआ खारिज, भाजपा में शामिल होते ही सुरक्षित हुई कुर्सी….
हरियाणा : की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला जब जींद जिला परिषद की चेयरपर्सन मनीषा रंधावा के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव धराशायी हो गया। भाजपा में शामिल होते ही उन्हें बड़ी राहत मिली और उनकी कुर्सी सुरक्षित हो गई।
जानकारी के मुताबिक, जिला परिषद के 22 सदस्यों में से 13 सदस्यों ने मनीषा रंधावा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था। हालांकि, जब वोटिंग का समय आया तो कई सदस्य प्रस्ताव का समर्थन करने से पीछे हट गए, जिससे यह प्रस्ताव गिर गया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा में शामिल होने के बाद रंधावा को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का समर्थन मिला, जिससे उनके खिलाफ विपक्ष की कोशिशें नाकाम हो गईं। इस घटनाक्रम से भाजपा को भी फायदा हुआ, क्योंकि पार्टी ने जिला स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
मनीषा रंधावा ने भाजपा का दामन थामने के बाद कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की नीतियों से प्रभावित हैं। उन्होंने वादा किया कि वह जींद जिले के विकास के लिए पूरी मेहनत करेंगी।
इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद हरियाणा की सियासत में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दल इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं और इसे लोकतंत्र के खिलाफ बता रहे हैं। वहीं, भाजपा इसे अपनी रणनीतिक जीत मान रही है।
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