नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई को बॉम्बे हाईकोर्ट से करारा झटका लगा है, अदालत ने अपने फैसले में बीसीसीआई को कोच्चि टस्कर्स केरल फ्रेंचाइजी को 538 करोड़ रुपये भुगतान करने का आदेश दिया है| यह मामला आईपीएल की एक पुरानी फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल से जुड़ा हुआ है, जिसे अनुबंध के उल्लंघन का हवाला देकर बीसीसीआई ने टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था इसके बाद यह मामला मध्यस्थता के जरिए हल करने की कोशिश हुई और कोच्चि टस्कर्स के पक्ष में फैसला आया लेकिन बीसीसीआई ने उस निर्णय को कोर्ट में चुनौती दी थी अब बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी मध्यस्थता के फैसले को बरकरार रखते हुए बीसीसीआई को निर्देश दिया है कि वह कोच्चि टस्कर्स को निर्धारित राशि ब्याज सहित चुकाए कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि बीसीसीआई जैसा प्रतिष्ठित और संपन्न संगठन भी कानून से ऊपर नहीं है और उसे नियमों के तहत जवाबदेह रहना होगा कोच्चि टस्कर्स केरल की मालिक कंपनी ने बीसीसीआई के फैसले को अनुचित बताया था और इसके खिलाफ लीगल एक्शन लिया था करीब एक दशक तक चला यह मामला अब उस मुकाम पर पहुंचा है जहां बीसीसीआई को भारी भरकम मुआवजा देना होगा जानकारों के अनुसार यह अब तक का सबसे बड़ा कानूनी झटका है जो किसी खेल बोर्ड को भारत में मिला है और इससे बीसीसीआई की वित्तीय और नैतिक साख पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं हालांकि बीसीसीआई इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकती है लेकिन फिलहाल उसे भुगतान करना ही होगा यह फैसला भारतीय खेल प्रशासन के लिए एक मिसाल बन सकता है जिसमें यह दिखाया गया है कि कोई भी संगठन चाहे वह कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो अनुबंधों का उल्लंघन करने पर उसे कानूनी जवाबदेही निभानी होगी |
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