बाढ़ के बीच पंजाब में सियासी भूचाल: सीएम के भाई ने 250 करोड़ घोटाले को लेकर उठाए सवाल
पंजाब :- पंजाब में बाढ़ की स्थिति के बीच राजनीतिक हलचल बढ़ गई है, जब मुख्यमंत्री भगवंत मान के भाई ज्ञान सिंह मान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से 250 करोड़ रुपये के घोटाले पर सवाल उठाए। उनके इस पोस्ट ने राज्य की राजनीति में हड़कंप मचा दिया और सियासी गलियारों में बहस तेज कर दी।
ज्ञान सिंह मान ने अपनी पोस्ट में आरोप लगाया कि बरसाती नालों की सफाई न होने के कारण शहरों और गांवों में लोगों के घर, दुकानें और फसलें भारी नुकसान झेल रही हैं। उन्होंने यह भी सवाल किया कि इस काम के लिए जारी किए गए 250 करोड़ रुपये की राशि आखिर कहां गायब हो गई। खासतौर पर, उन्होंने यह बताया कि इसमें से 40 लाख रुपये जल स्रोत मंत्री वरिंदर गोयल के हलका लहरा के लिए भी जारी किए गए थे। ज्ञान सिंह मान ने स्पष्ट किया कि सरकार को इस मामले की पूरी जांच करवाकर दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
सियासी विश्लेषक मान रहे हैं कि ज्ञान सिंह मान की यह पोस्ट महज एक व्यक्तिगत बयान नहीं बल्कि सरकार के अंदर चल रही समस्याओं का संकेत है। मुख्यमंत्री के भाई होने के नाते, उनका यह बयान कहीं न कहीं यह इशारा कर रहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस पूरे घटनाक्रम से नाराज और चिंतित हो सकते हैं।
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ अक्सर अपने गृह जिले के दौरों में साये की तरह रहने वाले ज्ञान सिंह मान ने इस पोस्ट के माध्यम से अधिकारियों की जवाबदेही और सरकारी कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनके इस कदम से यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासन में चल रही अनियमितताओं और जनता को हो रहे नुकसान पर अब राजनीतिक और सामाजिक दबाव बन गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस पोस्ट का समय भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पंजाब में बाढ़ का प्रकोप जारी है और आम जनता परेशान है। ऐसे में 250 करोड़ रुपये के संभावित दुरुपयोग की बात सामने आने से जनता में नाराजगी बढ़ सकती है। राजनीतिक पार्टियां भी इस मुद्दे का इस्तेमाल सरकार पर दबाव बनाने और चुनावी मुद्दा बनाने के लिए कर सकती हैं।
सोशल मीडिया पर पोस्ट के आने के बाद राज्य की सियासत में हलचल बढ़ गई है। लोग, पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक इस मामले पर अपने-अपने मत रख रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि यह मामला भ्रष्टाचार और सरकारी कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। वहीं कुछ लोग इसे राजनीतिक चाल के रूप में भी देख रहे हैं।
बता दें कि ज्ञान सिंह मान ने यह पोस्ट पंजाबी भाषा में साझा की थी, जिससे स्थानीय जनता के बीच इसे समझना और इसकी गंभीरता को महसूस करना आसान हो गया। उन्होंने सरकार से तत्काल जांच और जवाबदेही की मांग की है। अब देखना यह है कि प्रशासन और मुख्यमंत्री इस मामले को किस तरह संभालते हैं और क्या दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है।