बाइक सवार को सीट बेल्ट चालान की चूक
SHO बोले- असल में हेलमेट का था चालान, रसीद में गलती से लिखा सीट बेल्ट…..
हरियाणा के एक कस्बे में ट्रैफिक पुलिस की एक अनोखी गलती चर्चा का विषय बन गई, जब एक बाइक सवार को सीट बेल्ट न लगाने के आरोप में चालान थमा दिया गया। आमतौर पर सीट बेल्ट का नियम केवल कार या चार पहिया वाहनों पर लागू होता है, लेकिन यहां मामला बिल्कुल अलग निकला।
घटना उस समय हुई जब स्थानीय थाना प्रभारी (SHO) के नेतृत्व में यातायात नियम तोड़ने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान एक बाइक सवार बिना हेलमेट के जाते हुए पकड़ा गया। SHO के अनुसार, मौके पर उसका चालान हेलमेट न पहनने के नियम के तहत काटा गया।
मगर जब बाइक सवार को चालान की रसीद मिली, तो उस पर जुर्माने का कारण “सीट बेल्ट न लगाने” के रूप में दर्ज था। यह देखकर वह हैरान रह गया। उसने रसीद की फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर डाल दी, जो देखते ही देखते वायरल हो गई।
मामले पर सफाई देते हुए SHO ने बताया, “असल में गलती से रसीद भरते समय ‘सीट बेल्ट’ का ऑप्शन क्लिक हो गया। चालान वास्तव में हेलमेट न पहनने का था। यह सिर्फ एंट्री की त्रुटि थी।” SHO ने आगे कहा कि बाइक सवार से वही जुर्माना लिया गया जो हेलमेट नियम तोड़ने पर तय है, और चालान का प्रकार सही करने के लिए रिकॉर्ड अपडेट कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं। कुछ लोग पुलिस की इस गलती पर मजाक उड़ाने लगे, तो कुछ ने इसे गंभीरता से लिया और कहा कि चालान के रिकॉर्ड में सटीकता बेहद जरूरी है, क्योंकि यह आगे कानूनी प्रक्रियाओं को प्रभावित कर सकता है।
बाइक सवार ने भी बयान दिया कि उसे हेलमेट न पहनने का जुर्माना भरने में कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन जब रसीद में सीट बेल्ट लिखा देखा, तो उसे हंसी भी आई और चिंता भी हुई कि कहीं यह रिकॉर्ड आगे कोई समस्या न खड़ी कर दे।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की तकनीकी गलतियां ट्रैफिक प्रबंधन में डिजिटल सिस्टम के उपयोग के दौरान अक्सर हो सकती हैं, लेकिन इनसे बचने के लिए फील्ड स्टाफ को उचित प्रशिक्षण और सतर्कता की जरूरत है।
यह घटना एक हल्की-फुल्की गलती जरूर थी, लेकिन इसने ट्रैफिक सिस्टम की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर चर्चा छेड़ दी है। SHO ने आश्वासन दिया है कि आगे से ऐसी त्रुटियां न हों, इसके लिए अतिरिक्त सावधानी बरती जाएगी।