बठिंडा (पंजाब) : जिले में हुए विमान हादसे के बाद पूरा क्षेत्र सकते में है। बुधवार को भारतीय वायुसेना का एक ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट तकनीकी खराबी के चलते खेतों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे भास्कर संवाददाता ने पाया कि जिस जगह विमान गिरा, वहां चार फीट गहरा गड्ढा बन गया है और खेत में विमान के मलबे के टुकड़े दूर-दूर तक बिखरे पड़े हैं।
गांववालों के मुताबिक दोपहर बाद जोरदार धमाके की आवाज आई जिससे पूरा इलाका थर्रा उठा। पहले तो लोगों को कुछ समझ नहीं आया लेकिन जब वे खेतों की ओर दौड़े तो वहां धुआं उठता देखा और तुरंत पुलिस व प्रशासन को सूचना दी। घटना के तुरंत बाद सेना और एयरफोर्स की टीम मौके पर पहुंची और पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया।
24 घंटे तक गांव को सील कर दिया गया और किसी को भी घटनास्थल के पास जाने की अनुमति नहीं दी गई। इलाके में सेना का पहरा रहा और जांच एजेंसियों ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा किए। बताया जा रहा है कि विमान में सवार पायलट को समय रहते इजेक्शन का आदेश मिला था, लेकिन हादसे में उसकी जान चली गई।
वायुसेना की ओर से बताया गया कि यह एक नियमित ट्रेनिंग मिशन था और क्रैश के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बैठाई गई है। फिलहाल मलबे को हटाने का काम चल रहा है और गांव के लोग अभी भी इस भयावह दृश्य को भूल नहीं पा रहे हैं।
इस हादसे ने एक बार फिर से एयरफोर्स के पुराने विमानों की स्थिति और उनकी तकनीकी खामियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रक्षा मंत्रालय को इस हादसे की पूरी रिपोर्ट सौंपे जाने की तैयारी चल रही है।
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