मुंबई : तेज गेंदबाज मयंक यादव एक बार फिर चोटिल हो गए हैं और अब वह इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के शेष मैचों से बाहर हो चुके हैं। आईपीएल की ओर से जारी की गई आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि मयंक यादव को पीठ में चोट की समस्या है और डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें पूरे सत्र से आराम दिया गया है। लखनऊ सुपर जाएंट्स ने उनकी जगह न्यूजीलैंड के युवा तेज गेंदबाज विलियम ओ’रुर्के को टीम में शामिल किया है जो बचे हुए मुकाबलों में टीम की ओर से मैदान में उतरेंगे।
मयंक यादव की चोट ने एक बार फिर राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की मेडिकल निगरानी प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह पहली बार नहीं है जब मयंक चोट की वजह से बाहर हुए हैं। पहले भी वह अपनी तेज गेंदबाजी की वजह से सुर्खियों में आने के कुछ ही समय बाद चोट के कारण लंबे समय तक मैदान से दूर रहे थे। इस बार फिर वही कहानी दोहराई गई है। क्रिकेट विशेषज्ञों और प्रशंसकों ने NCA की फिटनेस जांच प्रक्रिया और खिलाड़ियों की निगरानी पर चिंता जताई है।
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी फैंस का गुस्सा सामने आ रहा है। लोगों का कहना है कि जब एक खिलाड़ी को बार-बार चोट लग रही है, तो उसकी फिटनेस को लेकर गंभीरता क्यों नहीं दिखाई जा रही। मयंक जैसे युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी का इस तरह बार-बार टूर्नामेंट से बाहर होना न केवल उनके करियर के लिए खतरा है बल्कि टीम की रणनीतियों को भी प्रभावित करता है।
लखनऊ सुपर जाएंट्स के लिए मयंक की गैरमौजूदगी बड़ा झटका मानी जा रही है। वह अपनी रफ्तार और यॉर्कर गेंदों के लिए जाने जाते हैं और टीम को शुरुआती ओवरों में बढ़त दिलाने का दम रखते हैं। अब देखना होगा कि उनकी जगह शामिल किए गए विलियम ओ’रुर्के कितना प्रभाव दिखा पाते हैं। फिलहाल मयंक की चोट और उससे जुड़ी निगरानी प्रणाली को लेकर क्रिकेट जगत में बहस तेज हो गई है।
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