पूर्व डीजीपी ईश्वर भंडारी जी को हिमाचल की जनता, पुलिस विभाग एवं राजनेताओं द्वारा भाव भीनी विदाई दी
सोमवार को दिवंगत हुए भंडारी कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और उच्च आदर्शो की प्रेरणा के स्तंभ थे
बिलासपुर (हि. प्र.): घुमारवीं निवासी एवं प्रदेश के भूतपूर्व डी जी पी ईश्वर देव भंडारी का कल सोमवार  निधन हो गया। दुखद समाचार सुनकर प्रदेश वासियों को बहुत बड़ा वज्रपात हुआ, क्योंकि वो एक अनुशासन लागू करने वाले अफसर कम बल्कि सबके लिए कर्तव्यनिष्ठ मार्गदर्शक, साथी और निष्पक्ष सहयोगी थे।
 बल्कि सबके लिए कर्तव्यनिष्ठ मार्गदर्शक, साथी और निष्पक्ष सहयोगी थे।
उनके परिवार ने बताया कि भंडारी जी ने अपनी शिक्षा स्थानीय स्कूल, बिलासपुर कॉलेज से पूरी कर के पंजाब यूनिवर्सिटी से PhD की उपाधि प्राप्त की। उसके उपरांत राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में चयनित होने पर उन्होंने ट्रेनिंग ली। खेलों से विशेष लगाव के कारण वे हर विभागीय टूर्नामेंट में योग, तैराकी और गोल्फ आदि में अपनी दक्षता से प्रथम स्थान एवं पदक हासिल करते।
अपने 35 वर्षों के पुलिस (HPAS) कार्यकाल में वे हिमाचल प्रदेश के लगभग सभी जिलों में रहे। चम्बा में उनकी सेवाओं को स्थानीय लोग अभी भी नहीं भूलते। कश्मीर में उग्रवाद के समय भंडारी SP चंबा और कांगड़ा रहे और इलाके की जनता को   उग्रवाद से दक्षता से सुरक्षा दी और लोगों के दिल जीते।
भंडारी जी एक अच्छे लेखक भी थे, उनके दुखद निधन पर बिलासपुर लेखक संघ के ने भी शोक प्रकट किया है। बताया गया है कि
कुछ समय पहले वे बिलासपुर लेखक संघ की एक संगोष्ठी में भी शामिल हुए थे।
ईश्वर देव भंडारी जी अपनी निष्पक्षता और और अभूतपूर्व कानून व्यवस्था के प्रतीक थे। जनता ने उनके बिछुड़ने पर अपना अथाह प्यार जाहिर किया और भावभीनी श्रद्धांजलि दी। और परिवार सहृदय सांत्वना दी।
 
			
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