परीक्षा में नकल पर सख्त सजा का प्रावधान
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परीक्षा में नकल पर होगी सख्त सजा

दो से पांच साल तक की जेल तय…..

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हरियाणा सरकार ने अब परीक्षा प्रणाली को और अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए कड़ा कदम उठाया है। सीईटी (कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट) परीक्षा के दौरान नकल करने या परीक्षा में विघ्न डालने वालों को अब हल्के में नहीं लिया जाएगा। नए नियम के तहत ऐसे किसी भी व्यक्ति को दो से पांच साल तक की सजा हो सकती है। साथ ही दोषी पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।

यह फैसला उन विद्यार्थियों के हित में लिया गया है जो ईमानदारी से पढ़ाई करते हैं और कड़ी मेहनत के बाद परीक्षा में बैठते हैं। हरियाणा सरकार का यह प्रयास शिक्षा व्यवस्था को भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी से मुक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा केंद्रों पर यदि कोई व्यक्ति नकल करता है, किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद लेता है, या फिर प्रश्नपत्र लीक करने जैसी गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है, तो उस पर आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। यह सजा किसी भी सामान्य अपराध की तरह मानी जाएगी और उसे जमानत मिलने में भी कठिनाई होगी।

सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में 18 तरह की गंभीर गलतियों को चिन्हित किया गया है, जिन पर कड़ी कार्रवाई होगी। इनमें नकल कराना, परीक्षा केंद्र में गड़बड़ी फैलाना, फर्जी परीक्षार्थी बनकर आना, उत्तर पुस्तिका में छेड़छाड़ करना, या सेंटर स्टाफ से मिलकर पेपर से पहले उत्तर प्राप्त करना शामिल हैं। इस बार सीईटी परीक्षा को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं। प्रत्येक केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, बॉयोमेट्रिक सत्यापन होगा और मोबाइल जैमर लगाए जाएंगे। परीक्षा केंद्रों पर विशेष निगरानी टीमें तैनात रहेंगी जो हर गतिविधि पर पैनी नजर रखेंगी।

वहीं, आम जनता और अभ्यर्थियों से भी आग्रह किया गया है कि वे किसी भी प्रकार की गलत गतिविधि की सूचना प्रशासन को दें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और उन्हें सुरक्षा भी दी जाएगी। सरकार का यह फैसला समाज के उन हिस्सों के लिए एक सकारात्मक संदेश है जो वर्षों से इस व्यवस्था में पारदर्शिता की मांग कर रहे थे। यह न सिर्फ योग्य विद्यार्थियों को न्याय देगा, बल्कि शिक्षा में विश्वास को भी मजबूत करेगा। नकल अब सिर्फ छोटी गलती नहीं, बल्कि बड़ा अपराध माना जाएगा। इसलिए यह जरूरी है कि सभी अभ्यर्थी ईमानदारी से परीक्षा दें और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएं।

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