पंजाब में नशा विरोधी युवक की हत्या क्यों हुई?
पांच बहनों के इकलौते भाई दीप सिंह की नशा विरोधी मुहिम के चलते तेजधार हथियारों से बेरहमी से की गई हत्या।
पंजाब : में नशा तस्करों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला बठिंडा जिले के मौड़ मंडी क्षेत्र का है, जहां नशे के कारोबार का विरोध करने पर पांच बहनों के इकलौते भाई दीप सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी गई। दीप सिंह लंबे समय से अपने इलाके में नशा तस्करी के खिलाफ आवाज उठा रहा था। वह लगातार नशा बेचने वालों का विरोध करता था और स्थानीय युवाओं को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करता था।
जानकारी के मुताबिक, मानसा के कुछ युवक मौड़ मंडी के युवकों के साथ मिलकर दीप सिंह की बस्ती में नशा बेचने का काम कर रहे थे। दीप सिंह इस गोरखधंधे के सख्त खिलाफ था और उसने कई बार इन तस्करों को रोकने की कोशिश की थी। लेकिन तस्कर इस विरोध को बर्दाश्त नहीं कर सके और उन्होंने दीप सिंह को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। बुधवार को इन तस्करों ने दीप सिंह पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस दिल दहला देने वाली घटना से इलाके में गुस्से और डर का माहौल बन गया है। दीप सिंह की बहनों और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वह न सिर्फ परिवार का इकलौता बेटा था, बल्कि समाज में भी एक जागरूक नागरिक के रूप में जाना जाता था। लोगों का कहना है कि दीप सिंह हमेशा समाज के भले के लिए काम करता था और नशे के खिलाफ उसकी मुहिम काबिल-ए-तारीफ थी।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ कर उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि आगे कोई और दीप सिंह अपनी आवाज न खोए। यह मामला एक बार फिर पंजाब में बढ़ते नशे के जाल और उससे जुड़े अपराधों की भयावह तस्वीर सामने लाता है। अब समय आ गया है कि प्रशासन इस पर ठोस कार्रवाई करे और ऐसे जाबांज लोगों की हिफाज़त सुनिश्चित करे।
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