पंजाब में तहसीलदारों के तबादले क्यों हुए..
शिकायतों के चलते सरकार का बड़ा फैसला, अब जनता को नहीं होगी परेशानी…
पंजाब : सरकार ने प्रशासनिक फेरबदल करते हुए प्रदेशभर में 56 तहसीलदारों और 166 नायब तहसीलदारों का तबादला कर दिया है। यह फैसला लंबे समय से मिल रही जन शिकायतों के बाद लिया गया है। राजस्व मंत्री ने बयान जारी कर कहा कि सरकार की मंशा है कि आम लोगों को ज़मीन, दाखिल-खारिज और रजिस्ट्री जैसे जरूरी कामों में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
सरकार को लगातार यह शिकायतें मिल रही थीं कि कई तहसीलों में कामकाज में ढिलाई, भ्रष्टाचार और आम जनता से गलत व्यवहार की घटनाएं बढ़ रही हैं। आम लोगों को छोटे-छोटे कामों के लिए बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे थे, जिससे प्रशासन की छवि खराब हो रही थी। ऐसे में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में यह बड़ा निर्णय लिया गया है ताकि लोगों को बेहतर सेवाएं मिल सकें और प्रशासन में पारदर्शिता लाई जा सके।
राजस्व मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह बदलाव केवल स्थानांतरण तक सीमित नहीं है, बल्कि कामकाज की गुणवत्ता को सुधारने का प्रयास भी है। उन्होंने यह भी कहा कि अब नई तैनाती पाए अधिकारियों को जिम्मेदारी के साथ काम करना होगा और यदि भविष्य में भी किसी अधिकारी के खिलाफ लापरवाही की शिकायत मिलती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सरकार का यह कदम आम लोगों के हित में माना जा रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां तहसीलदार और नायब तहसीलदार की भूमिका सीधा प्रभाव डालती है, वहां इस बदलाव से राहत मिलने की उम्मीद है। कई नागरिक संगठनों ने इस फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि इससे सरकारी सिस्टम पर लोगों का भरोसा मजबूत होगा।
फिलहाल सभी स्थानांतरण तुरंत प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं और संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि वे नई जगह पर समय पर कार्यभार ग्रहण करें।
सरकार ने यह भी संकेत दिए हैं कि भविष्य में और भी विभागों में ऐसे सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे ताकि प्रशासनिक स्तर पर जवाबदेही और पारदर्शिता बनी रहे।
Comments are closed.