पंचकूला में सात लोगों ने क्यों की आत्महत्या?
चंडीगढ़ में पढ़ने वाले तीन बच्चों सहित एक ही परिवार के सात लोगों की जहरीला पदार्थ खाकर मौत, शिक्षकों ने बच्चों को लेकर क्या कहा?…..
पंचकूला : सोमवार देर रात एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के सात सदस्यों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मरने वालों में माता-पिता, दादा-दादी और तीन मासूम बच्चे शामिल हैं। इनमें एक बेटा और दो जुड़वा बेटियां थीं, जो चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल में पढ़ते थे। बच्चों की उम्र 10 से 14 वर्ष के बीच बताई जा रही है। परिवार पंचकूला में किराए के मकान में रह रहा था और इनका संबंध हरियाणा के किसी ग्रामीण क्षेत्र से बताया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह घरेलू तनाव और आर्थिक संकट सामने आई है। हालांकि, जांच अभी जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इस मामले में कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है। इस घटना के बाद मोहल्ले में मातम छा गया है। पड़ोसियों का कहना है कि यह परिवार बहुत शांत और सामान्य जीवन जी रहा था। उन्हें देखकर कभी यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता था कि वे इतनी बड़ी आत्मघाती कदम उठाएंगे।
बच्चों के स्कूल टीचर ने बताया कि तीनों बच्चे पढ़ाई में अच्छे थे और हमेशा अनुशासन में रहते थे। खासकर जुड़वा बेटियां पढ़ाई में होशियार थीं और स्कूल में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भाग लेती थीं। स्कूल प्रशासन ने बच्चों की मौत पर गहरा दुख जताया है और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं। वहीं पुलिस ने कहा है कि यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें अपने आसपास के लोगों की मानसिक स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।
इस घटना ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक सहयोग की अहमियत को उजागर किया है। समाज के हर वर्ग को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं रोकी जा सकें।
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