पंजाब के वरिष्ठ अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने एक बार फिर जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर कर खुद को जमानत देने की अपील की है। मजीठिया इस समय न्यू नाभा जेल में बंद हैं। कोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर इस पर जवाब मांगा है और अब इस याचिका पर अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी।
बता दें कि मजीठिया पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज है। यह केस लंबे समय से सुर्खियों में है और इससे जुड़े राजनीतिक विवादों ने भी माहौल गर्माया हुआ है। मजीठिया इससे पहले भी जमानत के लिए याचिका दाखिल कर चुके हैं, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली। अब एक बार फिर उन्होंने न्यायालय से उम्मीद लगाई है।
माना जा रहा है कि उनकी कानूनी टीम ने नई दलीलों और तथ्यों के आधार पर यह याचिका दाखिल की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पंजाब सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है। अदालत द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बाद राज्य सरकार के वकील भी अपनी तैयारी में जुट गए हैं।
इस पूरे घटनाक्रम पर राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा तेज हो गई है। अकाली दल के समर्थक इसे राजनीतिक बदले की भावना से जोड़कर देख रहे हैं, वहीं विरोधी दलों का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है और इसमें राजनीति की कोई जगह नहीं है।
नाभा जेल में बंद मजीठिया को लेकर समर्थकों में अब एक बार फिर उम्मीद की किरण जगी है। 22 जुलाई को होने वाली सुनवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं। अगर अदालत से उन्हें राहत मिलती है तो यह राजनीतिक रूप से बड़ा घटनाक्रम हो सकता है। वहीं यदि याचिका खारिज होती है, तो मजीठिया को अभी और समय जेल में बिताना पड़ सकता है।
Comments are closed.