जस्टिन ट्रूडो का आखिरी संबोधन: "हमने जो किया, उस पर हमें गर्व है"
News around you

जस्टिन ट्रूडो का आखिरी संबोधन हमने जो किया, उस पर हमें गर्व है..

प्रधानमंत्री पद से विदाई से पहले जस्टिन ट्रूडो ने गिनाई अपनी सरकार की उपलब्धियां…

111

कनाडा : के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने कार्यकाल के अंतिम संबोधन में सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया और देशवासियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “हमने जो किया, उस पर हमें गर्व है। यह यात्रा आसान नहीं थी, लेकिन हमने कनाडा को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किया।” ट्रूडो ने अपनी सरकार के प्रमुख फैसलों और सुधारों का जिक्र किया, जिनमें स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने, जलवायु परिवर्तन से निपटने और अर्थव्यवस्था को स्थिर करने जैसे मुद्दे शामिल रहे।

ट्रूडो ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षा, रोजगार और सामाजिक कल्याण पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल में लाखों नौकरियां पैदा हुईं, जिससे कनाडा की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली। इसके अलावा, उन्होंने महामारी के दौरान उठाए गए कदमों को भी अपनी सरकार की बड़ी उपलब्धियों में गिनाया। उन्होंने कहा कि उनकी नीतियों से देश की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूती मिली और नागरिकों को आर्थिक सहारा प्रदान किया गया।

पर्यावरण के मुद्दे पर बोलते हुए ट्रूडो ने कहा कि उनकी सरकार ने जलवायु परिवर्तन को गंभीरता से लिया और कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने ग्रीन एनर्जी और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख किया। इसके साथ ही, उन्होंने कनाडा के मूलनिवासियों के अधिकारों को सशक्त बनाने और सामाजिक न्याय की दिशा में उठाए गए कदमों को भी महत्वपूर्ण बताया।

प्रधानमंत्री के रूप में अपने सफर को याद करते हुए ट्रूडो भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि यह यात्रा कई चुनौतियों से भरी रही, लेकिन जनता के समर्थन और विश्वास से उनकी सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। उन्होंने कनाडाई नागरिकों का धन्यवाद किया और आशा जताई कि देश इसी तरह विकास और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ट्रूडो का यह आखिरी संबोधन उनकी सरकार की नीतियों और भविष्य की राजनीति की दिशा तय करने वाला है। उन्होंने अपने संबोधन में जनता को यह संदेश देने की कोशिश की कि उनकी सरकार ने देश को आगे बढ़ाने के लिए पूरी निष्ठा से काम किया। अब देखने वाली बात होगी कि कनाडा की राजनीति में यह बदलाव किस तरह के नए समीकरण बनाता है।

You might also like

Comments are closed.