जयपुर में कीमती धातुओं के बाजार में पिछले कुछ दिनों से तेजी का रुख बना हुआ है। सोना और चांदी की कीमतों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है, जिससे निवेशकों और व्यापारियों के बीच हलचल मची हुई है। 8 अगस्त को जयपुर में 24 कैरेट सोने की कीमत 200 रुपये बढ़कर 1,03,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गई। वहीं, चांदी ने भी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 900 रुपये की बढ़त के साथ 1,17,600 रुपये प्रति किलो का स्तर पार कर लिया है। इस साल यह पहली बार है जब दोनों धातुएं अपने उच्चतम स्तर के करीब पहुंची हैं।
स्थानीय सर्राफा बाजार के ज्वेलर पूरणमल सोनी के अनुसार वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति और निवेशकों की तरफ से लगातार बढ़ रही मांग इस तेजी के पीछे प्रमुख कारण हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य—जैसे कि वैश्विक मंदी का डर, अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव और यूरोप में आर्थिक सुस्ती—ने निवेशकों को एक बार फिर से सुरक्षित विकल्प की ओर मोड़ा है। और सोना-चांदी सदियों से निवेश का सबसे सुरक्षित माध्यम माने जाते रहे हैं।
इस समय सावन का महीना चल रहा है, ऐसे में आम खरीदारों की संख्या थोड़ी कम है क्योंकि परंपरागत रूप से इस समय शादी-ब्याह जैसे आयोजनों में विराम होता है। बावजूद इसके, पुराने निवेशक इस मौके का लाभ उठाने में पीछे नहीं हैं। वे इस तेजी को भविष्य के लिए लाभदायक अवसर मानते हुए ज्यादा से ज्यादा धातु खरीदने में जुटे हैं। कुछ व्यापारी इसे मौसमी तेजी भी मान रहे हैं लेकिन अधिकांश का मानना है कि कीमतों में यह उछाल लंबे समय तक कायम रह सकता है।
दूसरी तरफ, आम उपभोक्ताओं के लिए यह तेजी चिंता का कारण बन रही है। जो लोग त्योहारों या शादी के लिए आभूषण खरीदने की योजना बना रहे थे, उनके लिए यह वक्त थोड़ा महंगा साबित हो सकता है। हालांकि ज्वेलर्स का कहना है कि अगर वैश्विक स्थितियां स्थिर होती हैं और डॉलर की स्थिति में बदलाव आता है, तो कीमतें स्थिर हो सकती हैं।
इस समय यह कहना मुश्किल है कि कीमतें और ऊपर जाएंगी या जल्द ही स्थिर होंगी। लेकिन फिलहाल के लिए इतना जरूर है कि जयपुर के बाजार में सोना और चांदी दोनों की चमक लगातार बढ़ रही है और निवेशकों का रुझान भी उसी अनुपात में बढ़ता दिख रहा है।