जंजीरों में बंधी महिला की इंसानियत रुला देने वाली कहानी
पति ने छोड़ा, 7000 में दो बार बेची गई…..
फिरोजपुर (पंजाब) : से एक ऐसी दर्दनाक कहानी सामने आई है जिसे सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए। एक महिला ने 11 साल तक जो जुल्म सहे, वह किसी भयानक दुःस्वप्न से कम नहीं था। कभी पति का साथ न मिलने का दर्द, तो कभी इंसान के हाथों ही इंसानियत का चीरहरण। यह कहानी मानवता को शर्मसार करने वाली है।
महिला की जिंदगी तब अंधेरे में डूब गई जब उसका पति उसे छोड़कर चला गया। अकेली और असहाय महिला को सहारा देने के बजाय लोगों ने उसे एक बोझ समझ लिया। पहले उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, फिर जंजीरों में बांध दिया गया, मानो वो कोई इंसान नहीं, कोई चीज हो।
इसके बाद उसे मात्र 7000 रुपये में बेच दिया गया, जैसे उसकी कोई कीमत ही नहीं। महिला को एक राज्य से दूसरे राज्य ले जाया गया और लगातार शोषण का शिकार बनाया गया। वहाँ दिनभर उसे मजदूरी करवाई जाती थी और रात को लोहे की जंजीरों में बांध दिया जाता था ताकि वह भाग न सके।
इस अमानवीय व्यवहार की खबर तब सामने आई जब कुछ समाजसेवी संगठन उसकी हालत पर ध्यान देकर उसे मुक्त करवाने में सफल हुए। महिला ने रोते हुए अपनी पूरी कहानी साझा की और बताया कि कैसे उसे दो बार बेचा गया और हर बार उसके साथ जानवरों से भी बुरा व्यवहार किया गया।
आज भी समाज के कई हिस्सों में महिलाओं को कमजोर समझ कर उनके साथ क्रूरता की जाती है। यह मामला न केवल मानव तस्करी और महिला शोषण की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि समाज में अब भी कई दरिंदे इंसान की शक्ल में घूम रहे हैं।
सरकार और प्रशासन से मांग की जा रही है कि इस महिला को न्याय मिले और जिन लोगों ने उसके साथ यह क्रूरता की, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। साथ ही ऐसे मामलों को रोकने के लिए ज़मीन स्तर पर सशक्त तंत्र विकसित किया जाए।
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