चंडीगढ़ की जाह्नवी का स्केटिंग में कमाल
17 साल की जाह्नवी जिंदल ने बनाए पांच गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, बनीं सबसे कम उम्र की स्केटर……
चंडीगढ़ की एक होनहार बेटी, जाह्नवी जिंदल, ने अपने नाम पांच गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज करवाकर पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। मात्र 17 साल की उम्र में जाह्नवी ने फ्री-स्टाइल स्केटिंग में ऐसे अद्भुत कारनामे किए हैं, जिन्हें सुनकर हर कोई हैरान रह गया। जाह्नवी न सिर्फ चंडीगढ़ की पहली महिला एथलीट हैं जिन्होंने पांच गिनीज रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, बल्कि वह भारत की सबसे कम उम्र की लड़की हैं जिसने 18 साल से कम उम्र में ये उपलब्धि हासिल की।
यह सफलता यूं ही नहीं मिली। जाह्नवी ने दिन-रात मेहनत की, कड़ी ट्रेनिंग ली और अपनी कला को इस मुकाम तक पहुंचाया। वह घंटों तक प्रैक्टिस करती थीं, कई बार गिरतीं, चोट भी लगती, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनके जज्बे ने उन्हें यहां तक पहुंचाया। जाह्नवी के माता-पिता ने भी हर कदम पर उनका साथ दिया, उनकी मेहनत और लगन को समझा और कभी उन्हें रुकने नहीं दिया।
जाह्नवी ने जिन रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया, उनमें से एक है सबसे तेज फॉरवर्ड स्केटिंग, दूसरा सबसे कम समय में मैक्सीमम ट्विस्टिंग मूवमेंट करना और तीसरा है एक मिनट में सबसे ज्यादा स्केटिंग ट्रिक मूव्स करना। ये सारे रिकॉर्ड किसी प्रोफेशनल एथलीट के लिए भी चुनौतीपूर्ण होते हैं, लेकिन जाह्नवी ने उन्हें आसानी से पार किया।
चंडीगढ़ में जाह्नवी अब युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। स्कूलों में उनके नाम पर कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं, और युवा लड़कियां उन्हें रोल मॉडल के रूप में देख रही हैं। वह खुद भी चाहती हैं कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे स्पोर्ट्स में आएं और अपने हुनर को पहचानें। जाह्नवी ने एक बातचीत में कहा, “मैं चाहती हूं कि मेरी तरह हर बच्चा अपने पैशन को पहचाने और मेहनत करे, क्योंकि मेहनत का फल जरूर मिलता है।”
उनकी इस उपलब्धि को लेकर शहरवासियों में भी खुशी की लहर है। चंडीगढ़ प्रशासन ने जाह्नवी को सम्मानित करने की घोषणा की है और आने वाले समय में उन्हें स्केटिंग प्रमोशन कैंपेन का ब्रांड एंबेसडर भी बनाया जा सकता है।
जाह्नवी की यह कहानी हमें सिखाती है कि अगर हौसले बुलंद हों और मेहनत ईमानदार, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता।
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