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गांव के लिए छोड़ा कनाडा: मोगा में मां सरपंच और बेटी बनी पंच, सरबजीत कौर बोलीं- गांव को नशामुक्त बनाना मकसद

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मोगा /पंजाब : पंजाब के मोगा में मां सरपंच और बेटी पंच बनी हैं। सरपंच चुनाव जीतने वाली सरबजीत कौर कनाडा रिटर्न हैं। उन्होंने कनाडा से लौटकर सरपंच का चुनाव जीता है। वहीं उनकी बेटी रुपिंदर कौर लॉ स्टूडेंट है।

पंजाब में पंचायत चुनाव संपन्न हुए पांच दिन बीत चुके हैं। 15 अक्तूबर को पूरे राज्य में पंचायत चुनाव हुए थे। वहीं मोगा के गांव घलकलां के सरपंच चुनाव जीतने वाली सरबजीत कौर कनाडा रिटर्न हैं। सरबजीत कौरान ने कनाडा से लौटकर पंचायत चुनाव में खुद को उम्मीदवार बनाया था। गांव के लोगों ने भी उनपर विश्वास जताते हुए उन्हें सरपंच पद पर जीत दिलाई है। खास बात यह है कि पंचायत चुनाव में सरबजीत कौर की बेटी रुपिंदर कौर पंच बनी हैं। रुपिंदर कौर वकालत कर रही हैं। रुपिंदर कौर को लोगों ने चुनाव में बहुमत देकर पंचायत मेंबर बनाया है।

गांव की सरपंच सरबजीत कौर और पंचायत सदस्य रुपिंदर कौर को रविवार को पूरे गांव के लोगों ने सम्मानित किया। दोनों मां-बेटी को पंचायत चुनाव में पूरे गांव में कांग्रेस पार्टी के अलावा अन्य सभी राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया था।

25 साल पहले ससुर बने थे सरपंच
सरबजीत कौर ने कहा कि उनके ससुर गुरनाम सिंह 25 साल पहले गांव के सरपंच बने थे। उन्होंने गांव के विकास कार्य में अपना बढ़िया योगदान निभाया था। इस बार गांव के लोगों ने मुझे सरपंच और बेटी को पंचायत मेंबर बनाया है। हम दोनों मां- बेटी गांववालों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।

गांव को नशामुक्त बनाना पहला काम
सरबजीत कौर ने कहा कि वह कनाडा में रहती थी, लेकिन उन्होंने इस बार पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि गांव में विकास कार्य तो हुआ, लेकिन नशा बहुत ज्यादा बढ़ गया है। नशे से नौजवान पीढ़ी खत्म हो रही हे। मेरा पहला काम गांव को नशा मुक्त बनाना है और जो नौजवान नशा करते हैं, उनको इस दलदल से बाहर निकल कर एक अच्छे जिंदगी देनी है। गांव में ही नशा छुड़ाओ केंद्र बनकर उनका इलाज करवाया जाएगा और गांव में किसी किस्म की नशा बेचने नहीं देंगे।

गांव में बनाएंगे पशु अस्पताल
सरबजीत कौर ने कहा कि गांव में एक पानी की टंकी जो कि बहत पुरानी है। पुरानी टंकी की जगह नई टंकी बनाएंगे और गांव में कोई पशु अस्पताल नहीं है। इसलिए यहां एक पशु अस्पताल भी बनाएंगे। गांव में स्टेडियम बनकर नौजवानों को खेलों के प्रति जागरूक करेंगे ताकि वे नशे की तरफ न जाएं। इस मौके पर गांव की सरपंच और सभी पंचायत मेंबरों को लोगों ने फूल मालाओं के साथ सम्मानित किया।

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