क्या मोहाली की फैक्ट्री ब्लास्ट में लापरवाही बनी मौत की वजह?
इंडस्ट्रियल एरिया फेज-3 में खराद फैक्ट्री में धमाके के बाद लगी भीषण आग, नौ माह की बच्ची और नौकरानी की दर्दनाक मौत……
मोहाली : शहर के इंडस्ट्रियल एरिया फेज-3 में सोमवार सुबह एक भीषण हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। मास्टर टूल नाम की एक खराद फैक्ट्री में अचानक आग लग गई और कुछ ही पलों में तेज धमाके के साथ पूरा परिसर धुएं और लपटों से भर गया। इस दर्दनाक हादसे में नौ महीने की एक मासूम बच्ची और एक नौकरानी की जान चली गई, जबकि तीन अन्य लोग झुलस गए हैं जिनमें फैक्ट्री का मालिक और दो कर्मचारी शामिल हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, फैक्ट्री से पहले धुआं निकलना शुरू हुआ, और उसके कुछ ही क्षणों बाद एक जोरदार धमाका हुआ जिसने आग को और अधिक फैलने का मौका दे दिया। आग इतनी तेज़ थी कि पास की इमारतों तक उसकी लपटें महसूस की गईं। दमकल विभाग की गाड़ियों को मौके पर पहुंचने में थोड़ा वक्त लग गया, तब तक हालात बेकाबू हो चुके थे।
धमाके के समय फैक्ट्री में चार लोग मौजूद थे। बताया जा रहा है कि आग लगते ही तीनों झुलसे हुए लोग किसी तरह बाहर निकाले गए और उन्हें तुरंत पीजीआई अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दुर्भाग्य से, झुलसी हुई नौकरानी की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, पास ही स्थित एक रिहायशी क्वार्टर में मौजूद नौ माह की बच्ची को भी समय रहते नहीं बचाया जा सका।
पुलिस और फॉरेंसिक टीमें घटना की जांच में जुटी हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री में रखे ज्वलनशील पदार्थों के कारण आग तेजी से फैली और धमाका हुआ। अधिकारियों का कहना है कि आग लगने के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की भी जांच होगी।
यह हादसा एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। जहां एक ओर उत्पादन और मशीनों पर ध्यान दिया जाता है, वहीं सुरक्षा इंतज़ाम अक्सर नजरअंदाज कर दिए जाते हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस हादसे से क्या सबक लेता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।
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