क्या पंजाब की इंस्टा क्वीन हेरोइन तस्कर थी..
हरियाणा में फैलाया चिट्टे का नेटवर्क, करोड़ों की संपत्ति जुटाई….
हरियाणा : पंजाब पुलिस की एक महिला कांस्टेबल, जिसे सोशल मीडिया पर लोग ‘इंस्टा क्वीन’ के नाम से जानते थे, अब एक बड़े ड्रग नेटवर्क की मास्टरमाइंड के रूप में सामने आई है। जांच एजेंसियों के अनुसार, यह महिला कांस्टेबल हरियाणा में चिट्टे (हेरोइन) का बड़ा नेटवर्क चला रही थी। वह सिरसा की एक महिला और उसके पति के साथ मिलकर यह अवैध धंधा संचालित कर रही थी, जिससे उसने करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित कर ली थी।
इस पूरे रैकेट का खुलासा तब हुआ जब एनडीपीएस एक्ट के तहत एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई और उससे पूछताछ के दौरान कांस्टेबल का नाम सामने आया। शुरुआती जांच में पता चला कि वह पुलिस की नौकरी की आड़ में न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी रखती थी, बल्कि उसका इस्तेमाल तस्करी के लिए भी करती थी। सोशल मीडिया पर उसका ग्लैमरस और एक्टिव लाइफस्टाइल लोगों की नजर में था, लेकिन असली सच्चाई कुछ और ही निकली।
जांच एजेंसियों का कहना है कि यह महिला कांस्टेबल सोशल मीडिया पर खुद को फिटनेस और फैशन आइकन के रूप में प्रोजेक्ट करती थी। इंस्टाग्राम पर उसके हजारों फॉलोअर्स थे और वह अक्सर लग्जरी कारों, ब्रांडेड कपड़ों और महंगे लाइफस्टाइल की तस्वीरें पोस्ट करती थी। उसकी यह चमक-धमक असल में नशे के धंधे से कमाए गए पैसों की देन थी।
बताया जा रहा है कि वह सिरसा की एक महिला से मिली, जिसका पति पहले से ही ड्रग तस्करी के धंधे में शामिल था। तीनों ने मिलकर हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में चिट्टे की सप्लाई चेन खड़ी की। वह पुलिस की नौकरी की आड़ में सुरक्षित ट्रांजैक्शन और मूवमेंट सुनिश्चित करती थी ताकि किसी को शक न हो। इसके साथ ही उसने कई बैनामी संपत्तियां भी अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के नाम पर खरीदीं।
जांच में यह भी सामने आया है कि वह ड्रग माफिया के साथ मिलकर न सिर्फ हेरोइन की सप्लाई करती थी, बल्कि नए नेटवर्क तैयार करने में भी अहम भूमिका निभाती थी। अब तक की छानबीन में करोड़ों रुपये की संपत्ति, लग्जरी गाड़ियां, और महंगे गहनों की जानकारी मिल चुकी है।
पुलिस और एसटीएफ की टीम अब इस पूरे नेटवर्क की तह तक जाने में जुटी है। इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सुरक्षा तंत्र में बैठे कुछ लोग ही अगर अपराध को बढ़ावा दें, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है।
सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच को तेज करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। यह घटना पुलिस महकमे के लिए भी एक बड़ा झटका है, जहां एक रक्षक ही भक्षक बन बैठा।
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