कोलंबिया के जंगलों से लौटा पंजाब का बेटा
अमेरिका पहुंचाने का झांसा देकर ट्रैवल एजेंटों ने की हैवानियत, घर तक बिकवाया
पंजाब : का एक और युवा अमेरिका जाने के सपने में दर-दर की ठोकरें खाकर मौत के मुंह से लौट आया। सुल्तानपुर लोधी के बलविंदर सिंह का खुलासा रूह कंपा देने वाला है। ट्रैवल एजेंटों ने उसे अमेरिका भेजने का वादा कर कोलंबिया के जानलेवा जंगलों में छोड़ दिया, जहां उसे भूखा-प्यासा रखा गया, पीटा गया और पैसों के लिए बार-बार धमकाया गया।
बलविंदर की मां निर्मल कुटिया पहुंचीं और रोते हुए बताया कि उन्होंने बेटे को अमेरिका भेजने के लिए जमीन बेच दी, घर गिरवी रख दिया। पिता बीमार हैं और बेटा दो बहनों का इकलौता सहारा था। एजेंटों ने वादा किया था कि कुछ हफ्तों में बलविंदर अमेरिका पहुंच जाएगा, लेकिन वह कोलंबिया के जंगलों में डोंकर गिरोह के कब्जे में पहुंच गया, जो अवैध प्रवासियों को बंधक बनाकर उनसे अमानवीय यातनाएं करता है।
बलविंदर किसी तरह वहां से बच निकला और भारत लौट सका। उसकी हालत बेहद खराब है और वह अब भी मानसिक रूप से डरा हुआ है। उसने बताया कि वहां सैकड़ों भारतीय, खासकर पंजाबी युवक, इस जाल में फंसे हुए हैं और उनके परिवार लगातार कर्ज के बोझ में दबते जा रहे हैं।
बलविंदर का कहना है कि एजेंट पहले पासपोर्ट बनवाते हैं, फिर वीजा के नाम पर लाखों रुपये वसूलते हैं। उसके बाद युवाओं को दक्षिण अमेरिकी देशों जैसे इक्वाडोर या ब्राजील के रास्ते कोलंबिया ले जाया जाता है, जहां जंगलों के रास्ते अमेरिका में अवैध प्रवेश कराने का दावा किया जाता है। लेकिन सच्चाई यह है कि यह एक मौत का रास्ता है, जहां भूख, बीमारी, हिंसा और धोखे के सिवा कुछ नहीं। सरकार से मांग की जा रही है कि फर्जी ट्रैवल एजेंटों पर सख्त कार्रवाई हो और युवाओं को इस तरह के छल से बचाने के लिए जागरूकता फैलाई जाए। बलविंदर की कहानी सिर्फ एक नहीं, बल्कि हजारों सपनों के टूटने की एक बानगी है।