कुरुक्षेत्र के खेतों से इजराइली कमाल
नाशपाती उगाकर ‘डॉलर’ कमा रहा किसान, विदेशों में 600 रु./किलो बिक रही फल की खास किस्म….
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले से एक प्रेरणादायक खबर सामने आई है, जहां एक किसान ने पारंपरिक खेती को छोड़कर इजराइली नाशपाती की खेती शुरू की और आज वह विदेशों से डॉलर में कमाई कर रहा है। इस खास किस्म की नाशपाती को लेकर किसानों और सरकार दोनों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
हाल ही में हरियाणा सरकार के एक मंत्री ने किसान के खेत में जाकर इस विदेशी नाशपाती का स्वाद भी चखा और उसे डायबिटीज, डेंगू और मलेरिया के लिए लाभकारी बताया। मंत्री ने यह भी कहा कि अगर राज्य के अन्य किसान भी इस तरह की आधुनिक और निर्यात योग्य फसलें अपनाएं तो हरियाणा जल्द ही कृषि के क्षेत्र में एक वैश्विक मॉडल बन सकता है।
किसान ने बताया कि यह नाशपाती किस्म इजराइल से मंगवाई गई तकनीक और पौधों से तैयार की गई है, जो गर्म मौसम में भी अच्छी उपज देती है और जल्द खराब नहीं होती। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें प्राकृतिक मिठास होने के बावजूद यह डायबिटीज रोगियों के लिए सुरक्षित मानी जाती है।
विदेशी बाजारों में इसकी कीमत लगभग ₹600 प्रति किलो तक पहुंच रही है, और कई देशों से इसकी भारी मांग बनी हुई है। किसान ने इसके लिए विशेष तरीके से ड्रिप इरिगेशन और जैविक खाद का इस्तेमाल किया है, जिससे नाशपाती का स्वाद और पौष्टिकता दोनों ही बरकरार रहते हैं।
राज्य सरकार भी अब ऐसे किसानों को निर्यात सुविधा, मार्केटिंग और प्रशिक्षण जैसी योजनाओं से जोड़ने की तैयारी कर रही है ताकि और किसान भी इसी राह पर चल सकें।
यह कहानी दिखाती है कि अगर किसान पारंपरिक तरीकों से हटकर वैज्ञानिक और वैश्विक दृष्टिकोण अपनाएं, तो खेती भी लाखों की कमाई और अंतरराष्ट्रीय पहचान का माध्यम बन सकती है।