किसान आंदोलन 2.0: डल्लेवाल की चेतावनी, बोले- “मांगें मानी जाएं, तभी खत्म होगा अनशन”
एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत मांगों पर अडिग, किसानों का दिल्ली कूच जारी
किसानों की मांगों को लेकर पिछले 20 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अनशन खत्म करने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने दो टूक कहा है कि उनका अनशन तभी समाप्त होगा जब सरकार किसानों की मांगों को मान लेगी।
रविवार को खनौरी बॉर्डर पर पंजाब के डीजीपी गौरव यादव, केंद्र के डायरेक्टर होम अफेयर्स मयंक मिश्रा, और अन्य अधिकारियों ने डल्लेवाल से मुलाकात की। अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार डल्लेवाल को चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराई गई हैं।
किसानों की एकजुटता पर जोर:
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि अगर शुरुआत से ही किसान जत्थेबंदियां एकजुट होकर लड़तीं, तो आंदोलन और प्रभावी होता। फिलहाल आंदोलन पंजाब तक सीमित है, जिससे केंद्र इसे हल्के में ले रही है।
ट्रैक्टर मार्च और आंदोलन की आगे की रणनीति:
सोमवार को देशभर में किसान संगठनों द्वारा ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा, जिसमें पंजाब को छोड़कर अन्य राज्यों के किसान हिस्सा लेंगे। इसके बाद डल्लेवाल द्वारा राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी की प्रतियां जिला अधिकारियों को सौंपी जाएंगी। बुधवार को पंजाब में दोपहर 12 से तीन बजे तक ट्रेनें रोकी जाएंगी।
किसानों की मांगें:
फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी।
किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेना।
कृषि सुधारों के लिए किसानों की राय लेना।
किसान नेताओं की अपील:
डल्लेवाल ने साफ कहा कि सरकार को बातचीत से हल निकालना चाहिए, न कि उनकी चिंता करके अनशन खत्म करवाने का प्रयास करना। वहीं, कांग्रेस नेता डा. धर्मवीर गांधी और विधायक विनेश फोगाट ने भी किसानों के समर्थन में केंद्र सरकार से उनकी मांगों को पूरा करने की अपील की।
Discover more from News On Radar India
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
Comments are closed.