करनाल: अपार आईडी बनाने के लिए 10 दिन का समय शेष
शैक्षिक कुंडली डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बनी रहेगी, 30 नवंबर तक लक्ष्य पूरा करना है
करनाल: अब कक्षा 1 से 12वीं तक के विद्यार्थियों का शैक्षणिक ब्योरा एक क्लिक में देखा जा सकेगा, इसके लिए अपार आईडी बनाई जा रही है। यह डिजिटल आईडी छात्रों की हमेशा के लिए पहचान बनेगी। इस कार्य को पूरा करने के लिए महज 10 दिन का समय शेष रह गया है, और इसे 30 नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
योजना का उद्देश्य:
‘वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी’ योजना के तहत जिले के सभी स्कूलों के बच्चों की अपार आईडी बनाई जा रही है। यू डाइस प्लस पोर्टल के माध्यम से ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी का सृजन किया जा रहा है, जिसमें बच्चों से संबंधित सभी तरह का विवरण दर्ज किया जाएगा। इससे भविष्य में रोजगार और नौकरियों में छात्रों से जुड़ी जानकारी को सत्यापित करने में आसानी होगी और फर्जी मार्कशीट के मामलों में भी कमी आएगी। इसके अलावा, ड्रॉपआउट बच्चों की पहचान भी आसानी से हो सकेगी।
नंबर और आधार लिंकिंग:
अपार आईडी के तहत छात्रों को 12 अंकों का यूनिक नंबर जारी किया जाएगा, जो आधार कार्ड से लिंक होगा। इस आईडी के माध्यम से भविष्य में सभी छात्रों की शैक्षिक प्रगति की ट्रैकिंग की जा सकेगी।
आधार कार्ड की अनिवार्यता:
नोडल अधिकारी दीपक वर्मा के अनुसार, अपार आईडी के लिए छात्रों के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है। इसके अलावा, छात्रों का डाटा स्कूल द्वारा यू डाइस पोर्टल पर सत्यापित होना चाहिए और माता-पिता का मोबाइल नंबर सही होना चाहिए। जिन छात्रों का आधार कार्ड नहीं है, उन्हें आधार बनवाना जरूरी है, क्योंकि बिना आधार के अपार आईडी नहीं बनाई जा सकेगी।
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