कनोरिया कॉलेज की छात्राओं ने ‘पिग्मेलियन’ नाटक से किया दर्शकों को भावुक,
कनोरिया कॉलेज में ‘पिग्मेलियन’ नाटक का प्रभावशाली मंचन — एलाइज़ा की आत्मगौरव की यात्रा ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
जयपुर। कनोरिया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर द्वारा आज प्रतिष्ठित अंग्रेज़ी नाटक ‘पिग्मेलियन’ का भव्य मंचन आर.ए. पोदार ऑडिटोरियम, जेएलएन मार्ग स्थित पोदार इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में किया गया। नाटक ने समाज में वर्ग, पहचान और आत्मसम्मान के मुद्दों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।
महान लेखक जॉर्ज बर्नार्ड शॉ द्वारा लिखित ‘पिग्मेलियन’ में नायिका एलाइज़ा डूलिटल की आत्मबोध और गरिमा की यात्रा को प्रमुखता से उकेरा गया। इस प्रस्तुति में कॉलेज की छात्राओं ने एलाइज़ा, प्रोफेसर हिगिन्स, कर्नल पिकरिंग जैसे पात्रों को सजीव रूप में मंच पर उतारा। नाटक का निर्देशन अंग्रेज़ी विभाग की डॉ. प्रीति शर्मा के मार्गदर्शन में हुआ, सह-निर्देशक के रूप में ऋषिता शर्मा, भव्या पुरी और अदिति पंकज का उल्लेखनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम के दौरान एलाइज़ा के कुछ प्रसिद्ध संवादों ने दर्शकों की तालियाँ बटोरीं। जैसे—
“The difference between a lady and a flower girl is not how she behaves, but how she’s treated.”
(“एक महिला और एक फूल बेचने वाली में फर्क उसके व्यवहार में नहीं, बल्कि समाज के व्यवहार में होता है।”)
और
“I can do without you… I’m not going to sell flowers in the street for the rest of my life.”
(“मैं तुम्हारे बिना भी जी सकती हूँ… मैं अब ज़िंदगी भर सड़क पर फूल नहीं बेचूंगी।”)
इन पंक्तियों ने नाटक के केन्द्रीय भाव—स्त्री की आत्मनिर्भरता और गरिमा—को दर्शाया। कॉलेज की निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी और प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने इस वार्षिक नाट्य प्रस्तुति को छात्राओं के समग्र विकास और रचनात्मकता का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियाँ विद्यार्थियों को आत्मविश्वास, संप्रेषण और नेतृत्व के मंच प्रदान करती हैं।