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कड़वल ने सिमरजीत बैंस को दिया चैलेंज

बोले-प्रधानगी नहीं चाहिए, जमीन पर बैठ जाऊंगा….

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लुधियाना की राजनीति में इन दिनों बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। हाल ही में स्थानीय नेता कड़वल ने पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को खुला चैलेंज देते हुए कहा कि उन्हें प्रधान बनने की कोई भूख नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे गले में इंदिरा गांधी का पटका पहनकर जमीन पर बैठ जाएंगे, लेकिन अपने सिद्धांतों से पीछे नहीं हटेंगे।

कड़वल का यह बयान एक सार्वजनिक बैठक के दौरान आया, जहां समर्थकों और स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या मौजूद थी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि राजनीति सेवा का माध्यम है, न कि पद और प्रतिष्ठा की दौड़। उन्होंने बैंस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए अनावश्यक विवाद खड़ा कर रहे हैं।

कड़वल ने कहा कि लुधियाना की जनता को आज जरूरत है साफ-सुथरी और विकास पर केंद्रित राजनीति की। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी नेता व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के चलते जनता के असली मुद्दों को नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि वे हमेशा जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं को सुनते और हल करने की कोशिश करते हैं।

गले में इंदिरा गांधी का पटका पहनने के बयान को लेकर कड़वल ने स्पष्ट किया कि यह प्रतीकात्मक संदेश है कि वे सत्ता और पद से ऊपर उठकर काम करने में विश्वास रखते हैं। उनका कहना था कि राजनीति में असल पहचान सेवा और ईमानदारी से बनती है, न कि कुर्सी से।

इस बयान के बाद स्थानीय राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। समर्थक जहां कड़वल की सादगी और जनता के प्रति समर्पण की तारीफ कर रहे हैं, वहीं विरोधी इसे महज राजनीतिक स्टंट बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस बयान को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि लुधियाना की राजनीति में आने वाले समय में यह बयानबाजी और तीखी हो सकती है, खासकर तब जब नगर निगम चुनाव नजदीक हों। जनता के बीच छवि बनाने और समर्थन जुटाने के लिए दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी रखेंगे।

फिलहाल कड़वल के इस चैलेंज का सिमरजीत सिंह बैंस की ओर से कोई औपचारिक जवाब नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक माहौल गर्म है और आने वाले दिनों में इस पर और प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं।

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