एशिया कप टीम चयन में रिंकू सिंह संकट
19 अगस्त को टीम घोषणा से पहले रिंकू की जगह पर उठे सवाल…..
नई दिल्ली एशिया कप 2025 के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की तैयारियाँ जोरों पर हैं, लेकिन इसी बीच युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह को झटका लगा है। टी20 टूर्नामेंट के लिए 19 अगस्त को टीम इंडिया की घोषणा होनी है और उससे पहले ही रिंकू की टीम में जगह को लेकर संशय गहराता जा रहा है। लंबे समय से अपनी फिनिशिंग क्षमता और विस्फोटक बल्लेबाजी के दम पर पहचान बनाने वाले रिंकू अब चयनकर्ताओं की सख्त कसौटी पर खरे उतरने की चुनौती का सामना कर रहे हैं।
रिंकू ने टूर्नामेंट की तैयारी शुरू कर दी है और वे नेट्स पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीम प्रबंधन और चयनकर्ता उनकी जगह पर विचार कर रहे हैं क्योंकि मिडिल ऑर्डर में पहले से ही कई दावेदार मौजूद हैं। शुभमन गिल, जो वर्तमान में भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान हैं, उनकी मौजूदगी और स्क्वॉड में बैलेंस बनाने की जद्दोजहद चयन प्रक्रिया को और कठिन बना रही है।
भारतीय टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती सही संयोजन चुनने की है। टी20 फॉर्मेट में तेजतर्रार बल्लेबाजों और ऑलराउंडर्स का होना बेहद जरूरी है। रिंकू सिंह का नाम पिछले एक साल से भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारों में शामिल किया जाता रहा है। उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से कई बार टीम को मुश्किल हालात से बाहर निकाला है। लेकिन एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में जगह पक्की करने के लिए सिर्फ प्रतिभा ही नहीं, लगातार प्रदर्शन भी अहम होता है।
कहा जा रहा है कि चयनकर्ता इस बार टीम में बैलेंस और अनुभव दोनों पर जोर दे सकते हैं। ऐसे में युवा खिलाड़ियों को थोड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। रिंकू के लिए यह स्थिति निश्चित ही मनोवैज्ञानिक दबाव पैदा करने वाली है। हालांकि उन्होंने हाल ही में दिए इंटरव्यू में कहा था कि वे केवल अपने खेल पर ध्यान देना चाहते हैं और बाकी चीजों को चयनकर्ताओं पर छोड़ते हैं।
दूसरी ओर, प्रशंसक और क्रिकेट विश्लेषक मानते हैं कि रिंकू जैसे खिलाड़ी को नज़रअंदाज़ करना भारत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। उनके पास आक्रामक बल्लेबाजी के साथ-साथ दबाव में खेलने की क्षमता है, जो नॉकआउट मैचों में टीम के लिए बड़ी पूंजी साबित हो सकती है। वहीं, टीम प्रबंधन को यह भी देखना होगा कि बल्लेबाजी क्रम में किन खिलाड़ियों की भूमिका किस तरह तय होगी।
भारत के लिए एशिया कप हमेशा से प्रतिष्ठा का टूर्नामेंट रहा है। यह न केवल एशियाई देशों के बीच क्रिकेटीय प्रतिस्पर्धा का मंच है बल्कि आगामी टी20 विश्व कप के लिए टीम संयोजन की भी अहम परीक्षा माना जाता है। ऐसे में रिंकू सिंह की जगह को लेकर असमंजस इस बात की ओर इशारा करता है कि चयन प्रक्रिया बेहद सख्त होगी और हर खिलाड़ी को अपनी क्षमता साबित करनी होगी।
अब सभी की निगाहें 19 अगस्त पर टिकी हैं जब टीम इंडिया का स्क्वॉड घोषित किया जाएगा। उस दिन यह साफ हो जाएगा कि रिंकू सिंह एशिया कप में भारत का हिस्सा बन पाएंगे या फिर उन्हें इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल, यह सवाल भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के बीच चर्चा का सबसे बड़ा विषय बना हुआ है।
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