उत्तराखंड हिमस्खलन: बर्फीले तूफान के बीच मौत को करीब से देखा – बचे हुए लोगों की आपबीती
उत्तराखंड के हिमस्खलन में बचे लोगों ने बताया – “देखते ही देखते बर्फ का सैलाब हमारी ओर बढ़ने लगा…
उत्तराखंड के ऊँचाई वाले इलाकों में हाल ही में हुए विनाशकारी हिमस्खलन ने कई लोगों की जान ले ली और कई अब भी लापता हैं। इस प्राकृतिक आपदा से बचने वाले लोगों ने जो भयावह अनुभव साझा किए हैं, वे रोंगटे खड़े कर देने वाले हैं।
हिमस्खलन से बचे एक व्यक्ति ने बताया, “हम ऊँचाई पर ट्रेकिंग कर रहे थे कि अचानक बर्फीले तूफान की आवाज़ आई। जब हमने ऊपर देखा तो बर्फ का एक विशाल सैलाब हमारी ओर बढ़ रहा था। कुछ ही सेकंड में सबकुछ सफेद हो गया और हम चारों ओर से बर्फ में दब गए।”
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ ही मिनटों में पूरा क्षेत्र बर्फ से ढक गया, जिससे कई ट्रेकर्स और स्थानीय लोग फंस गए। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीमों ने अब तक कई शव बरामद किए हैं, जबकि कई लोगों की तलाश अब भी जारी है।
स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। खराब मौसम और अत्यधिक बर्फबारी के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है, लेकिन सेना, आईटीबीपी और स्थानीय बचाव दल लगातार प्रयास कर रहे हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक, हाल के दिनों में भारी बर्फबारी और ग्लेशियर मूवमेंट के कारण यह हिमस्खलन हुआ। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और बढ़ते तापमान के कारण हिमस्खलन की घटनाओं में इज़ाफा हो रहा है, जिससे भविष्य में और भी बड़े खतरे सामने आ सकते हैं।
इस हादसे के बाद सरकार ने एडवाइजरी जारी कर दी है, जिसमें ऊँचाई वाले इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी गई है। पर्यटकों और ट्रेकर्स को भी सतर्क रहने और मौसम की जानकारी लेने के बाद ही यात्रा करने की हिदायत दी गई है।
इस भयावह आपदा ने एक बार फिर दिखाया कि पहाड़ों में मौसम कितनी तेजी से बदल सकता है और किस तरह प्रकृति के सामने इंसान असहाय महसूस करता है। राहत कार्य जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही लापता लोगों को खोज लिया जाएगा।
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